स्वास्थ्य व्यवस्था पर पानी की तरह बहाया जा रही राशि, फिर भी प्यासे हैं मरीज व स्वास्थ्य कर्मी

मुंगेर । अस्पताल में मरीजों को सभी सुविधाओ का लाभ मिले इसके लिए सरकार हर वर्ष करोड़ों रुप

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:53 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:53 PM (IST)
स्वास्थ्य व्यवस्था पर पानी की तरह बहाया जा रही राशि, फिर भी प्यासे हैं मरीज व स्वास्थ्य कर्मी
स्वास्थ्य व्यवस्था पर पानी की तरह बहाया जा रही राशि, फिर भी प्यासे हैं मरीज व स्वास्थ्य कर्मी

मुंगेर । अस्पताल में मरीजों को सभी सुविधाओ का लाभ मिले इसके लिए सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन यहां मरीजों को पीने के लिए पानी तक मयस्सर नहीं है। फाइलो में स्वास्थ्य सेवा की बेहतर व्यवस्था, उचित इलाज और सुविधाओं की बात की जाती है, पर धरातल पर कुछ अलग ही है। सदर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को पीने का पानी भी नसीब नहीं है। इससे मरीज सहित अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक व मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक व कर्मी घर से पानी की व्यवस्था कर पहुंचते है। मरीजों को अस्पताल के बाहर पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। यह स्थिति कोई नई नहीं है। महीनों से यह समस्या बरकरार है। लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं हो पाई है।

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खराब है आरओ मशीन

अस्पताल में मरीजों को पानी के लिए आरओ मशीन लगाई गई है। अस्पताल के डाक्टर डयूटी रूम के समीप लगे आरओ मशीन महीनों से बंद है। ओपीडी में लगे आरओ मशीन भी खराब होने के बाद हटा लिया गया। इसकी मरम्मत आज तक नहीं हो सकी है और न ही नई मशीन लगाई गई है। प्रसव केंद्र के बाहर लगे आरओ मशीन कभी चलता है तो कभी बंद हो जाता है।

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स्वच्छ जल पीने की सलाह

अस्पताल में भर्ती और इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को भले ही चिकित्सकों द्वारा पेयजल को स्वच्छ कर पीने की सलाह दी जाती हो लेकिन इसके इतर अस्पताल में मरीजों को ही शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में पानी के लिए पुरुष वार्ड और महिला वार्ड में प्याऊ बना, जबकि अस्पताल के बाहर लगा संयंत्र वर्षों से खराब पड़ा हुआ है। इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिले के प्रमुख अस्पताल की यह हालत विभागीय दावों की पोल खोल रही है।या गया है।

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कोट-

अस्पताल में लगे बंद आरओ को दुरुस्त करने और प्याउ की सफाई को लेकर प्रबंधक को निर्देश दिया गया है। मरीज व स्वास्थ्य कर्मी साफ और स्वच्छ पानी उपलब्ध है।

-डा. हरेन्द्र कुमार आलोक, सिविल सर्जन मुंगेर

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