कोरोना के खौफ के बीच मन और दिमाग को शांत रखना जरूरी : डॉ. एससी विश्वकर्मा
मुंगेर। जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के खौफ ने लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर
मुंगेर। जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के खौफ ने लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाला है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना के नए संक्रमित मिल रहे हैं। लोगों में कोरोना संक्रमण का खौफ सर चढ़ कर बोल रहा है। ऐसे में मन और दिमाग को शांत रखना बहुत ही जरूरी हो गया है। क्योंकि, परेशान दिमाग के साथ न ही खुद को संभाला जा सकता है और ना ही स्वास्थ्य को।
कोरोना के प्रति लोग अगर सावधानी बरत रहें हैं, तो चिता की जरूरत नहीं । अधिक चिता सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसका असर इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है। घर पर अगर कोई कोरोना पॉजिटिव है तो उसे सकारात्मक माहौल देने की कोशिश करें। पूरी सावधानी के साथ मरीज का ख्याल रखें और उसे चितामुक्त रखने की कोशिश करें। साथ ही घर पर अगर लोगो में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आए जैसे नाक बहना, सुखी खांसी, तेज बुखार आदि होने पर फौरन नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कोरोना जांच करवा लें। घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ सावधानी बरतें। ताजा फलों का करें उपयोग
कोरोना संक्रमण से लड़ने और इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए ताजा फलों का उपयोग करना चाहिए। संतरा, मौसमी में विटामिन सी अधिक पाए जाते हैं। इसका भरपूर इस्तेमाल करें। वहीं, गर्म पानी के साथ नीबू पीएं। भोजन में हरा सब्जी युक्त भोजन खाएं। जंक फूड से दूरी बनाएं। सुबह के समय व्यायाम व योगा अवश्य करें। इससे रोगों से लड़ने की शक्ति मिलेगी। सोने से पहले हल्दी युक्त दूध पीएं। घर पर बुजुर्ग और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। इम्यूनिटी कम होने की वजह से बच्चे और बुजुर्ग में संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।