नगर आयुक्त और सफाई कर्मचारियों के बीच वार्ता विफल, हड़ताल जारी
मुंगेर । बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर नगर निगम के सफाईकर्मी बीते 18
मुंगेर । बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के आह्वान पर नगर निगम के सफाईकर्मी बीते 18 सितंबर से हड़ताल पर हैं। हड़ताल समाप्त कराने को लेकर गुरुवार को कस्तूरबा वाटर वर्क्स परिसर में नगर आयुक्त और सफाई कर्मचारी संघ के नेताओं के बीच वार्ता हुई। लेकिन, वार्ता के दौरान हड़ताल समाप्त करने पर सहमति नहीं बन सकी। इधर, बीते सात दिनों से सफाई कर्मियों का हड़ताल जारी रहने के कारण शहर की स्थिति नारकीय हो गई है। सफाईकर्मी के अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। डोर टू डोर कचरे का उठाव नहीं होने से शहरवासी घर के कचरे को आसपास के चौक पर पूरे फेंक रहे हैं। जिस कारण से शहर के लगभग सभी चौक चौराहे कूड़ा डंपिग यार्ड में तब्दील होकर रह गए। आवारा पशुओं द्वारा कूड़े की ढेर को तितर बितर कर दिया जाता है। इस कारण कचरा पूरे सड़क पर बिखरा नजर आता है। शहर के तोपखाना बाजार, शास्त्री चौक, गुलजार पोखर, नगर भवन के समीप, एक नंबर ट्रैफिक, अस्पताल रोड, कोतवाली रोड में सब्जी विक्रेताओं द्वारा सड़कों पर फेंके गए कचरे के कारण स्थिति और बद से बदतर हो गई है। नगर निगम सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री ब्रह्मदेव महतो ने कहा कि सफाई मजदूरों के जायज मांगों की नगर निगम प्रशासन द्वारा अनदेखी की जा रही है। गुरुवार को भी कस्तूरबा वाटर वर्क्स में नगर आयुक्त और हमारे बीच वार्ता हुई। परंतु नगर आयुक्त बार बार यही कह रहे हैं कि कोरोना काल में नगर निगम में रिवन्यू की प्राप्ति कम हुई है। अभी दैनिक मजदूरी नहीं बढ़ा सकते हैं। जब तक हमारी मांग नहीं मान ली जाती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगा। नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि गुरुवार को भी संघ के नेता ब्रह्मदेव महतो से वार्ता कर हड़ताल समाप्त करवाने का प्रयास किया गया, लेकिन वार्ता असफल रही।