कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी, आम लोगों की बढ़ी परेशानी

मुंगेर । जिला में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से तेजी से फैलने लगा है। वहीं कोरोना के

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 08:48 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 08:48 PM (IST)
कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी, आम लोगों की बढ़ी परेशानी
कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी, आम लोगों की बढ़ी परेशानी

मुंगेर । जिला में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से तेजी से फैलने लगा है। वहीं, कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट पांच से छह दिन बाद मिल रही है। जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सोमवार को एंटीजन किट द्वारा 506 लोगों की कोरोना जांच की गई। जबकि, 850 लोगों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया। अस्पताल प्रबंधक की लापरवाही आरटीपीसीआर जांच नहीं हुआ शुरू

सदर अस्पताल के एसएनसीयू के समीप मर्चरी हाउस में लाखों की लागत से आरटीपीसीआर जांच मशीन लगाया गया। उस समय इंजीनियरों की टीम ने आरटीपीसीआर जांच के लिए लाए गए मशीन को इंस्टॉल भी कर दिया। बताते चलें कि स्वास्थ्य समिति ने राज्य के 13 जिलों में आरटीपीसीआर जांच लैब की अनुमति प्रदान की थी। जिसमें मुंगेर जिला में आरटीपीसीआर मशीन लगाया गया था। आरटीपीसीआर मशीन के आने के सात माह बाद भी लैब की शुरूआत नहीं की जा सकी है। हालांकि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि बीएमएसआइसीएल से आई इंजीनियरों की टीम ने मुंगेर पहुंच कर सदर अस्पताल के समीप आरपीएमयू के भवन में लैब बनाने का काम शुरू कर दिया है। लैब शुरू होने से आरटीपीसीआर मशीन में एक बार में छह स्लाट में 48 सैंपल की जांच हो सकती है। लैब तैयार होने के बाद जिला से सैंपल जांच के लिए पटना भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कोरोना जांच के लिए लोगों को घंटों करना पड़ता है इंतजार :

कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से तेज हो गई है। इस कारण एक बार फिर से कोरोना जांच के लिए लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है। कोरोना की जांच कराने के लिए बड़ी संख्या में सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं। एक ही काउंटर रहने के कारण मरीजों को कोरोना जांच कराने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। आरटीपीसीआर जांच कराने के बाद रिपोर्ट मिलने में मरीज को पांच से छह दिन का समय लग जाता है। सोमवार को फिर मिले कोरोना के सात नए मरीज

जिला में कोरोना संक्रमण की स्थिति एक बार फिर से बेकाबू होने लगी है। सोमवार को भी कोरोना के सात नए मरीज मिलने की पुष्टि हुई। सोमवार को माधोपुर के एक ही परिवार के पांच लोगों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई। वहीं, दो अन्य मरीज की कोरोना जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। सात मरीज में पांच पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। इस तरह जिला में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 4049 तक पहुंच गई। वहीं, कोरोना से मरने वालों की संख्या 61 हो गई है। जिला में एक्टिव मरीजों की संख्या 70 है। हालांकि, राहत की बात यह है कि जिला में 3918 मरीज कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं। राज्य मुख्यालय ने स्वास्थ्य विभाग को दिए कोरोना वैक्सीन के 1191 भाइल :

जिला में कोरोना वैक्सीनेशन के तृतीय चरण में वैक्सीनेशन के लिए जिले के सभी 64 सत्र स्थलों पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन एक अप्रैल से शुरू किया गया। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, जीएनएम स्कूल कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल के अलावा जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उप केंद्र पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया जा रहा है। इस संबंध में प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. पकंज सागर ने बताया रविवार को टेटिया बम्बर, संग्रामपुर, बरियारपुर में वैक्सीन निर्धारित संख्या में कम पाया गया। वहीं, रविवार की रात में ही राज्य स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 1191 भाइल भेजा गया है। यह वाइल 11 हजार 110 लोगों को दिया जा सकता है। दो दिन बाद फिर से कोरोना वैक्सीन का वाइल पटना से मुंगेर आने वाली है। वैक्सीनेशन के कार्य में वैक्सीन की कमी नहीं आएगी। सोमवार को जिला में कुल 4177 लोगों को वैक्सीन दिया गया। कोरोना वैक्सीन का दोनों डोज लेने के बावजूद भी बरतें ये सावधानी :

कोरोना संक्रमण के बीच कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके सभी लोग अभी भी अपने- अपने घरों से निकलने पर अनिवार्य रूप से मास्क, रुमाल या गमछे से अपने नाक और मुंह को ढकें ताकि नाक और मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेटस के जरिये फैलने वाले संक्रमण को रोका जा सके। लोगों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण में आई तेजी :

कोरोना का संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके बाद भी लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर के मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, बस अडडा, सदर अस्पताल, नर्सिंग होम, मॉल, शो रूम सहित सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मियों द्वारा भी मास्क को लेकर जारी गाइड लाइन की अनदेखी की जा रही है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा रोको टोको अभियान के तहत मास्क जांच करने का अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। सोमवार को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सदर प्रखंड के आरटीपीएस काउंटर, मुख्य बाजार में लोगों को मास्क के प्रयोग के प्रति पूरी तरह से लापरवाह देखा गया।

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