बिना कोरोना जांच कराए निजी क्लीनिक में भी इलाज नहीं

मुंगेर । कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन पचास से अधिक कोरोना के नए

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 07:08 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 07:08 PM (IST)
बिना कोरोना जांच कराए निजी क्लीनिक में भी इलाज नहीं
बिना कोरोना जांच कराए निजी क्लीनिक में भी इलाज नहीं

मुंगेर । कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हर दिन पचास से अधिक कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। जिला में अब तक 15 सौ से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। वर्तमान समय में जिला में कोरोना के चार सौ से अधिक एक्टिव केस मौजूद हैं। कोरोना संक्रमण का खौफ इस कदर लोगों पर हावी है कि आम से लेकर खास तक कोरोना की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, निजी क्लीनिक में भी बिना कोरोना की जांच कराए मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले और रोज हो रही मौत से दहशत के बीच गंभीर बीमारी से पीड़ित समुचित इलाज के लिए भटकने को विवश हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों व अस्पताल के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के पॉजिटिव होने के बाद सदर अस्पताल में जीओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया है। अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, प्रसव केंद्र चल रहा है। इमरजेंसी में गन शॉट या दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया जाता है। सदर अस्पताल में सर्जन नहीं रहने से प्रसव को छोड़कर कोई ऑपरेशन अस्पताल में नहीं हो रहा है। ऐसे मरीज ऑपरेशन कराने निजी क्लीनिक जाते हैं, तो वहां भी निजी क्लीनिक प्रबंधक द्वारा पहले कोरोना जांच कराने को कहा जाता है। कोरोना जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही ऐसे मरीजों को ऑपरेशन के लिए निजी नर्सिंग होम में एडमिट किया जाता है। निजी क्लीनिक संचालक डरते हैं कि किसी गंभीर रूप से बीमार मरीज की ऑपरेशन के बाद अगर मौत हो जाती है और जांच में वह कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो क्लीनिक प्रबंधक की परेशानी बढ़ सकती है। क्लीनिक बंद भी हो सकता है। कोरोना की जांच भी सिर्फ सदर अस्पताल और पीएचसी में ही हो रही है। वैसे लोगों की ही कोरोना जांच होती है, जिसमें कोरोना के लक्षण नजर आते हैं। हालांकि, कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिला के निजी क्लीनिकों से भी कोरोना जांच में सहयोग लेने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक मात्र एक निजी क्लीनिक का चयन इस काम के लिए किया गया है। इस संबंध में नेशनल अस्पताल के प्रबंधक अमित कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना जांच के लिए आदेश लेने जब हमारे प्रतिनिधि सिविल सर्जन से मिलने गए, तो उन्हें आदेश दिये बिना ही लौटा दिया गया।

इस संबध में एसीएमओ अजय कुमार भगत ने कहा कि जिला में 5 नर्सिंग होम को कोरोना जांच की अनुमति दिए जाने की बात सामने आ रही है। इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए गए हैं।

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