उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजापुर में शिक्षकों का अभाव, छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी

मुंगेर । एक तो कोरोना की लहर ने पिछले साल कई माह तक बच्चों की पढ़ाई छीन ली। छात्र छा˜

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 10:21 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 10:21 PM (IST)
उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजापुर में शिक्षकों का अभाव, छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी
उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजापुर में शिक्षकों का अभाव, छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी

मुंगेर । एक तो कोरोना की लहर ने पिछले साल कई माह तक बच्चों की पढ़ाई छीन ली। छात्र छात्राओं का बहुमूल्य समय यूं ही बर्बाद चला गया। उसके बाद कोराना प्रोटोकॉल का पालन कर स्कूल खुला, फिर कोरोना की दूसरी लहर फैलने लगी। फिर स्कूल बंद हो गए। साथ ही विद्यालयों में शिक्षकों के अभाव के चलते छात्र-छात्राओं का भविष्य फिर से गर्त में जा रहा है। हम बात कर रहे हैं मध्य विद्यालय हेमजापुर की, जिन्हें पिछले साल ही उच्च माध्यमिक विद्यालय का दर्जा सरकार द्वारा दिया गया। तब बड़े ही जोर शोर से विद्यालय में प्रसन्नता पूर्वक छात्र छात्राओं का अगली कक्षा नवम एवं दशम में पढ़ाई के लिए नामांकन किया गया। आज कई माह बीत गए, परंतु उच्च माध्यमिक विद्यालय में नवम एवं दशम वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए एक भी शिक्षक विषय वार मौजूद नहीं है। कक्षा नवम एवं दशम की पढ़ाई शिक्षकों के बिना काफी प्रभावित हो रही है। विद्यालय के छात्र- छात्राओं का कहना है कि जब विषयों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं है तो विद्यालय को उच्च माध्यमिक विद्यालय का दर्जा क्यों दे दिया गया । इधर अभिभावकों में इस बात का दुख है कि केवल दर्जा लेने से ही नहीं विद्यालय में पढ़ाई के लिए शिक्षक भी होने चाहिए। बहरहाल उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजापुर में बच्चों की पढ़ाई जैसे - तैसे हो रही है। मध्य विद्यालय के शिक्षक उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं को किस हद तक पढ़ा पाएंगे यह चिता का विषय बना हुआ है। छात्र - छात्राओं ने गांव के प्रबुद्ध शिक्षाविदों और समाजसेवियों से विद्यालय में शिक्षक प्रतिनियुक्त किए जाने की मांग की है।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर प्रसाद महतो ने कहा कि मामला काफी चिताजनक है।बिना शिक्षक के ऊंची कक्षा के बच्चे भला कैसे पढ़ पाएंगे। हालांकि, उन्होंने शिक्षकों की मांग के लिए 21 जनवरी 2021 को ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है। ऐसे में यहां 3 शिक्षक प्रतिनियुक्त भी किए गए। लेकिन वह प्रतिनियुक्त शिक्षक यहां पढ़ाई कराने नहीं पहुंच रहे हैं। इसमें विभागीय पदाधिकारी ही आगे कुछ बता सकते हैं।

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