कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए प्रकृति की गोद में शहरवासी, मिल रही संजीवनी

मुंगेर। बदलते जीवन शैली में पेड़-पौधे ही लोगों को स्वस्थ्य रहने में कारगर हो रहे हैं। जिस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 12:13 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 12:13 AM (IST)
कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए प्रकृति की गोद में शहरवासी, मिल रही संजीवनी
कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए प्रकृति की गोद में शहरवासी, मिल रही संजीवनी

मुंगेर। बदलते जीवन शैली में पेड़-पौधे ही लोगों को स्वस्थ्य रहने में कारगर हो रहे हैं। जिस पेड़-पौधे की धड़ल्ले से काटा जा रहा था, आज संकट की घड़ी में अब लोग उसी पेड़ पौधे की शरण में जा रहे हैं। कोरोना महामारी में स्वस्थ्य जीवन के लिए सुबह शाम लोग प्रकृति की गोद में पहुंच कर प्राकृतिक ऑक्सीजन ग्रहण कर रहे हैं। शहर के लोग हर दिन प्राकृति की शरण में जा रहे हैं। यहां मिलने वाली स्वच्छ हवा से मन-मिजाज को नई संजीवनी मिल रही है। जमालपुर के युवा से लेकर बुजुर्ग तक हर दिन योगा कर रहे हैं। काली पहाड़ी के पास स्वच्छ वातावरण में योग साधना करने वालों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रहा है।

प्रकृति का स्वच्छ ऑक्सीजन सेहत के लिए जरूरी

कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन लेवल गिरने के ज्यादातर मामले सामने आए हैं। इस वजह से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी और खूब कालाबाजरी भी हो रही है। कई की जानें भी ऑक्सीजन की कमी के कारण चली गई। ऐसे में लोग प्राकृतिक ऑक्सीजन की शरण में आ गए। ऐतिहासिक काली पहाड़ी पर अचानक शहरवासियों की भीड़ सुबह शाम दिख रही है। यमला काली मंदिर के पुजारी अमित बाबा ने कहा कि मां काली का दर्शन करने को लेकर सालों भर श्रद्धालुओं का काली पहाड़ी पर आना जाना लगा रहता है। लेकिन, कोरोना संकट के समय में काली पहाड़ी की ओर आने वालों की संख्या बढ़ी है।

शरीर को मिल रही नई ऊर्जा

कोरोना महामारी का रूप धारण कर चुकी है, जो मानसिक तनाव भी दे रही है। ऐसे में मानसिक मजबूती और स्वस्थ्य जीवन के लिए लोग योग का सहारा ले रहे हैं। वहीं, प्रकृति के गोद में योग करना काफी फायदेमंद माना जाता है। जमालपुर के युवा से बुजुर्ग तक काली पहाड़ी के पास स्वच्छ वातावरण में योग साधना में जुटे हैं। युवाओं का मानना है कि योग क्रियाएं करने से मन मजबूत होता है। सकारात्मक उर्जा प्राप्त मिलती है। भाजपा नेता लाल मोहन गुप्ता, छात्र नेता विक्की आनंद, सुभाष मंडल, एक्ट अप्रेंटिस एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंदन पासवान, कांग्रेस नेता साईं शंकर, राजद नेता राजेश रमण उर्फ राजू यादव, रेलकर्मी निशाकर, रमन यादव, नीतीश, लालू कुमार, संतोष, टीकू, मुकेश, राजू, प्रवीण, आनंद रवि आदि ने बताया कि संक्रमण हवा के जरिए ही फैल रहा है और इसका उपाय प्राकृतिक की गोद में है। इसलिए हम लोग प्रकृति की गोद में पहुंचे रहे हैं।

कोट कोरोना संकट के समय स्वच्छ हवा लेना जरूरी है। अगर लोग प्रकृति की शरण में योग के लिए जा रहे हैं, तो यह अच्छी बात है। बुजुर्गों को पहाड़ की चढ़ाई करने से परहेज करना चाहिए। ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। इसलिए समतल जगहों पर ही योग करना चाहिए।

-डॉ. बलराम प्रसाद, पीएचसी प्रभारी जमालपुर

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