कम समय में ही सुखेत के कृषि विज्ञान केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर पाई ख्याति : हुकुमदेव

मधुबनी । सुखेत स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में पोषण वाटिका महाअभियान एवं पौधरोपण कार्यक्रम के तहत किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:14 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:14 PM (IST)
कम समय में ही सुखेत के कृषि विज्ञान केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर पाई ख्याति : हुकुमदेव
कम समय में ही सुखेत के कृषि विज्ञान केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर पाई ख्याति : हुकुमदेव

मधुबनी । सुखेत स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में पोषण वाटिका महाअभियान एवं पौधरोपण कार्यक्रम के तहत किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ। पहले इसका उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। बाद में स्थानीय केंद्र पर हुए कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व सांसद हुकुमदेव नारायण यादव व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व सासंद ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र ने कम समय में ही देश में अपना नाम रोशन किया है। कहा कि प्रधानमंत्री ने सुखेत मॉडल को पूरे देश के पंचायतों में अपनाने की सलाह दी है। उन्होनें कहा कि कुपोषण समाज के लिए कलंक है। इस कुपोषण को हटाने के लिए किसान वैज्ञानिकों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार भी किसानों के लिए एक से एक योजना ला रही है। अब जरूरी है कि पैदावार ऐसा हो जो पोषण से भरा हुआ हो। उन्होनें किसानों से कई मुद्दों पर बात भी की तथा किसानों के बीच पौधा का वितरण भी किया। उन्होंने सुखेत मॉडल को भी देखा तथा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किए जा रहे कई कार्यों को भी नजदीक से देखा। केंद्र के प्रभारी डॉ. सुधीर दास ने पूर्व सांसद को पुष्प गुच्छ, मिथिला पाग एवं शॉल देकर स्वागत किया। इस अवसर पर मृदा वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश कुमार, इफको से आए मधुबनी के क्षेत्र अधिकारी कुणाल कुमार एवं मधुबनी जिला के कई प्रगतिशील किसानों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मृदा वैज्ञानिक डॉ. सर्वेश कुमार ने पोषक अनाज एवं उनका मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। क्षेत्रीय प्रबंधक कुणाल कुमार ने सतत कृषि एवं ग्रामीण आजीविका पर पोधरोपण की भूमिका पर प्रकाश डाला।

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