मधुबनी में मनरेगा योजना से बन रही सड़क में निजी उपजाऊ मिट्टी का उपयोग
मधुबनी । महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना में मजदूरों को पलायन रोकने और सौ दिन मजदूरी की बात सर
मधुबनी । महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना में मजदूरों को पलायन रोकने और सौ दिन मजदूरी की बात सरकार करती है, लेकिन आए दिन पंचायतो में जेसीबी तथा ट्रैक्टर के माध्यम से काम करने की सूचना आती रहती है। ऐसा ही एक मामला रुद्रपुर थाना क्षेत्र में सामने आया है। आरोप है कि पहले तो निजी जमीन से उपजाऊ मिट्टी काट ली गयी और जब इसको रोकने की कोशिश की तो पीड़ित के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की धमकी भी दी गयी। मामले को लेकर अलपुरा के विकास कुमार झा ने अंचलाधिकारी और स्थानीय थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अपने आवेदन में विकास ने कहा है कि प्रखंड के ननौर पंचायत के अलपुरा गांव में मनरेगा योजनान्तर्गत मिट्टी भराई कार्य किया जा रहा है। विकास का आरोप है कि उनके विरोध के बावजूद उनके खेतों को गड्ढे में तब्दील कर दिया गया है। संवेदक के कर्मी निजी जमीन से अवैध रूप से ट्रेक्टर और जेसीबी से उपजाऊ निजी जमीन से मिट्टी काटकर सड़क की भराई कर रहे हैं। विरोध के बावजूद जबर्दस्ती खेत से मिट्टी काट ली गयी है। जानकारी होने पर उन्होंने इसका विरोध किया और काम रोकने के लिए कहा। मगर काम करा रहे ठेकेदार ने कहा कि ये सरकारी काम है और वो मनरेगा से सड़क भराई का काम कर रहा है। जब मैंने अपने निजी जमीन से मिट्टी काटने से मना किया तो ठेकेदार ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मारने पीटने की भी धमकी दी। कहा कि परिवार का पालन पोषण खेती से होता है। ठेकेदार के आदमियों ने उपजाऊ जमीन की मिट्टी काटकर खेत को गड्ढे में तब्दील कर दिया है। आवेदन में बिना सूचना मिट्टी काटने का आरोप संवेदक पर लगाया गया है। अगर क्षतिपूर्ति नहीं मिली तो आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। इस संबंध में एक आवेदन रुद्रपुर थाने को भी दिया गया है। मामले को लेकर थाना ने दोनों पक्षो को नोटिस देकर बुलाया है। इधर, जेई ने ऐसी किसी शिकायत की जानकारी से अनभिज्ञता जताई है। कहा कि जबतक निजी जमीन मालिक से सहमति नहीं मिलती, तब तक हम सड़क में मिट्टी भराई का कार्य कैसे करेंगे।