एसएसबी ने चलाया पौधारोपण अभियान, लोगों को किया जागरूक

मधुबनी । भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48वीं वाहिनी की ओर से पर्यावरण संरक्षण को लेकर निरंतर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 11:17 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 11:17 PM (IST)
एसएसबी ने चलाया पौधारोपण अभियान, लोगों को किया जागरूक
एसएसबी ने चलाया पौधारोपण अभियान, लोगों को किया जागरूक

मधुबनी । भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48वीं वाहिनी की ओर से पर्यावरण संरक्षण को लेकर निरंतर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे को कम करने और सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से निरंतर पौधारोपण को गति दी जा रही है। अभियान में एसएसबी अधिकारी, जवान और परिवार के महिला और बच्चे भी भाग लेकर आमजनों से पौधारोपण करने की अपील करते नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट शंकर सिंह, डिप्टी कमांडेंट चंद्रशेखर और असिस्टेंट कमांडेंट विमल कुमार के नेतृत्व में बटालियन के बाजार समिति परिसर स्थित मुख्यालय समेत अन्य सीमांत चौकी परिसर में पौधारोपण अभियान चलाया गया। इस अभियान में एसएसबी के अन्य अधिकारी, जवान और परिवार के महिलाओं और बच्चों ने भी हिस्सा लिया। 14,500 पौधे लगाए गए। एसएसबी 48वीं वाहिनी की ओर से पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से अब तक 14,500 पौधे लगाए जा चुके हैं। अभियान को सफल बनाने को लेकर एसएसबी द्वारा अन्य सामाजिक संगठनों, सरकारी संस्थाओं और सीमावर्ती क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों की भी मदद ली जा रही है। एसएसबी द्वारा अपने मुख्यालय परिसर, सीमांत चौकी परिसर समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पौधारोपण किया जा रहा है।

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लोगों से भी आगे आने की अपील :

एसएसबी 48वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट शंकर सिंह ने बताया कि पौधारोपण अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने और सामाजिक सरोकारों से जुड़े मसलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर पौधारोपण अभियान निरंतर चलाया जा रहा है।अभियान में सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। अन्य सरकारी संस्थान भी अभियान को सफल बनाने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने उसे निरंतर गति देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ी के जिदगी को सुरक्षित करने के लिए पौधारोपण को अपने दिनचर्या में शामिल करना होगा।

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