स्टेशन पर आरटीपीसीआर जांच शुरू, क्रॉस चेकिंग में जुटा स्वास्थ विभाग

मधुबनी । मधुबनी रेलवे स्टेशन पर बीते चार-पांच दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में मिलने से स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मचा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:18 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:18 PM (IST)
स्टेशन पर आरटीपीसीआर जांच शुरू,  क्रॉस चेकिंग में जुटा स्वास्थ विभाग
स्टेशन पर आरटीपीसीआर जांच शुरू, क्रॉस चेकिंग में जुटा स्वास्थ विभाग

मधुबनी । मधुबनी रेलवे स्टेशन पर बीते चार-पांच दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में मिलने से स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मचा हुआ है। स्टेशन पर होने वाले एंटीजन जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग रेलवे स्टेशन पर पाजिटिव पाए गए सभी यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच करा क्रॉसचेक करने में लगा हुआ है। तत्काल स्टेशन पर सोमवार की देर रात से ही एंटीजन जांच बंद कर दिया गया है और ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की अब आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। सोमवार की शाम दिल्ली से पहुंची स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के 30 यात्रियों के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल एंटीजन जांच को बंद कर दिया। सोमवार की देर रात मुंबई से पहुंची पवन एक्सप्रेस के 122 यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच की गई। वहीं, मंगलवार की शाम दिल्ली से पहुंची स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के 79 यात्रियों की भी आरटीपीसीआर जांच ही की गई है। जांच के दौरान स्टेशन पर मौजूद राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक सह स्टेशन के कोरोना जांच प्रभारी डॉ. कमलेश शर्मा ने बताया कि इन यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पाजिटिव मामलों की संख्या का पता चल सकेगा। ----------------------- नौ सितंबर से सामने आ रहे मामले : बता दें कि 17 सितंबर को रेलवे स्टेशन पर एक साथ आठ कोरोना पाजिटिव मामले सामने आए थे। वहीं, 18 सितंबर को रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच के दौरान एक यात्री कोरोना पाजिटिव मिला था। वहीं, आरटीपीएस जांच में जिले में अन्य तीन कोरोना पाजिटिव सामने आए थे। जबकि, इससे दो दिन पूर्व रहिका व फुलपरास में एक-एक पाजिटिव मामले की पुष्टि हुई थी। इससे पूर्व नौ सितंबर को केरल से राजनगर एसएसबी कैंप पहुंचे एक एसएसबी जवान कोरोना पाजिटिव पाया गया था। इस जवान ने राजनगर सीएचसी में जांच कराई थी। ----------------------- दो दिनों में स्टेशन पर 65 मामले आने पर सचेत हुआ विभाग : बता दें कि 19 सितंबर की देर शाम स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी से उतरने वाले 196 यात्रियों की जांच में 23 पाजिटिव मामले सामने आए। उसी रात मुंबई से आने वाली पवन एक्सप्रेस के उतरने वाले कुल 124 यात्रियों की जांच में से 12 मामले पाजिटिव पाए गए। वहीं, 20 सितंबर शाम स्वतंत्रता सेनानी से उतरने वाले 151 यात्रियों की जांच में 30 पाजिटिव मामले सामने आए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग सचेत हुआ और सभी रिपोर्ट की क्रॉस चेकिग का निर्णय लिया गया। ----------------------- स्टेशन पर पाजिटिव आने वाले तीन यात्रियों की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव : सीएस सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि मधुबनी रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच के लिए एंटीजेन जांच बैंच को बदल कर दूसरा बैंच लगाया जाएगा। स्टेशन पर दो दिनों में हुए एंटीजेन जांच की फिर से आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी, ताकि जांच किट में किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका दूर हो सके। सीएस डॉ. झा ने बताया कि सोमवार को स्टेशन पर हुए जांच में पाजिटिव आने वाले तीन लोगों की मंगलवार को राजनगर में हुई जांच में नेगेटिव रिपोर्ट आई है। सीएस ने बताया कि दिल्ली, मुंबई से आ रहे यात्रियों में यहां रेलवे स्टेशन पर एंटीजन जांच में अधिक पॉजिटिव मामले आने से जांच पर शंका उत्पन्न हो रही है, क्योंकि दिल्ली, मुंबई में अभी कोरोना का कोई खास असर नहीं दिख रहा, जबकि वहां से आ रहे यात्रियों के इतनी बड़ी संख्या में पाजिटिव पाए जाने से जांच पर संदेह हो रहा है। ऐसे में सभी की आरटीपीसीआर जांच कराना आवश्यक हो गया है। ------------------------ जिले में अब तक 123 कोरोना संक्रमितों की हो चुकी मौत : कोरोना की दूसरी लहर के बाद जिले में पहली बार 22 से 24 अगस्त 2021 तक जिले में कोरोना संक्रमण का एक भी नया केस नहीं मिला था। इस दौरान संक्रमण का आंकड़ा शून्य बताया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिला का रिकवरी रेट 100 प्रतिशत है। जिले में 24 अगस्त तक कोरोना का कुल आंकड़ा 17470 था। जिसमें 17347 लोगों ने कोरोना को मात देने में सफलता पाई। जबकि, जिले में 123 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जिले में प्रतिदिन दस हजार लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा है। विभिन्न अस्पतालों, पीएचसी में सामान्य रूप से ओपीडी व टीकाकरण का कार्य चल रहा है।

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