मधवापुर प्रखंड मुख्यालय से कई गांवों का सड़क संपर्क भंग
मधुबनी । प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरना शुरू हो चुका है।
मधुबनी । प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरना शुरू हो चुका है। नदियों के जलस्तर में भी भारी गिरावट आई है। अंदौली गांव के समीप धौंस नदी का दूसरी बार टूटे सुरक्षा तटबंध की मरम्मत में तेजी आ गई है। मजदूर दिन -रात तटबंध की मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं। हालांकि अभी भी कई मुख्य व ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी का बहाव हो रहा है। प्रखंड मुख्यालय से दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह भंग है। सरकारी सहायता के बिना लोग जिल्लत की जिदगी जिने को विवश है। विनाशकारी बाढ़ के दौरान ध्वस्त हुई ग्रामीण सड़कों की मरम्मत कर आवागमन चालुू किए जाने के मामले में सरकारी स्तर पर कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाए जाने से बाढ़ पीड़ितों में भारी आक्रोश दिख रहा है। खासकर स्टेट हाईवे से भौगाछी, बैंगरा से अबारी, तरैया से पतार, अंदौली से अमनपुर सहित दर्जनों ग्रामीण सड़कों पर कई जगहों पर बाढ़ के पानी से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
अंदौली से अमनपुर, तरैया से पतार एवं अमनपुर से बलसा जाने वाली सड़क पर अभी भी एक से डेढ़ फीट पानी का बहाव हो रहा है। पिरोखर पंचायत बीते तीन दिनों से चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। हालांकि पानी अब उतरना शुरू हो चुका है। लोगों के समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। किसानों के हजारों एकड़ लगी धान का फसल अभी भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। बाढ़ पीड़ित परिवारों को कोई सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। जिससे बाढ़ पीड़ितों में भारी आक्रोश दिख रहा है।
बीते बुधवार को धौंस नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण अंदौली गांव के समीप धौंस नदी का सुरक्षा तटबंध दूसरी बार टूट जाने से दर्जनों गांव के खेतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर चुका था। वहीं साहरघाट में कोशी नहर और बसवरिया गांव के समीप टूटे तटबंध से नदी का पानी एक दर्जन गांवों को अपनी चपेट में ले लिया था। हालांकि अब पानी उतरना शुरू हो चुका है। सीओ रामकुमार पासवान ने बताया कि पानी के उतरते ही क्षतिग्रस्त ग्रामीण सड़कों की मरम्मत कराकर आवागमन शुरू कराई जाएगी। राहत के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग को लिखा जा चुका है। सरकारी आदेश मिलने पर राहत का वितरण किया जाएगा।