मिथिला के युवा कलाकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे रमेश रंजन झा

धरोहर सांस्कृतिक मंच के संस्थापक सुप्रसिद्ध कलाकार रमेश रंजन झा के असामयिक निधन पर मधुबनी के महंथी लाल चौक स्थित मिथिला म्यूजिक एंड डांस एकेडमी की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:49 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:49 PM (IST)
मिथिला के युवा कलाकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे रमेश रंजन झा
मिथिला के युवा कलाकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे रमेश रंजन झा

मधुबनी । धरोहर सांस्कृतिक मंच के संस्थापक, सुप्रसिद्ध कलाकार रमेश रंजन झा के असामयिक निधन पर मधुबनी के महंथी लाल चौक स्थित मिथिला म्यूजिक एंड डांस एकेडमी की ओर से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में महिला कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य और पीजी प्राचीन इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. उदय नारायण तिवारी ने कहा कि रमेश रंजन झा ने मिथिला, मैथिली संस्कृति के लिए अपना जीवन अर्पित कर दिया। वे मिथिला के युवा कलाकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे। उनके निधन की भरपाई नहीं हो सकती। जीवकांत मिश्र ने कहा कि रमेश रंजन झा ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। भाकपा के पूर्व जिला मंत्री डॉ. हेमचंद्र झा, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शीतलांबर झा, पूर्व प्रमुख जटाशंकर पासवान, लोक गायक कुंज बिहारी मिश्र, अंजनी कांत दत्त, काजल दत्ता, खुशबू दत्ता, पायल दत्ता ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए। मौके पर कलाकार नेहा निखिल, रौशन प्रिया, आलोक, अविनाश, अभिषेक झा, दिवाकर सिंह, शोभा भारती, दीपांशु, विजय, अंशु, अमीषा, कन्हैया, राजरोहित आदि मौजूद थे। बौंसी गांव पहुंच प्रशासन ने लोगों से की सौहार्द की अपील, दिया भरोसा

बाबूबरही थाना क्षेत्र के बौंसी गांव में तीन दिन पूर्व दो पक्षों के बीच हुए विवाद को लेकर जिला व प्रखंड के पदाधिकारियों ने गुरुवार को गांव में घंटों कैंप किया। सदर एसडीओ अभिषेक कुमार, एसडीपीओ कामिनी बाला, बीडीओ अजेश कुमार, थानाध्यक्ष रामाशीष कामती सहित बडी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। जानकारी के अनुसार वरीय पदाधिकारियों ने दोनों मुहल्ले में जाकर लोगों से भाईचारा व अमन-चैन कायम रखने की अपील की। साथ ही यह भी विश्वास दिलाया कि प्रशासन आपके साथ है। उपस्थित पुलिस बल ने गांव में फ्लैग मार्च भी किया। हालांकि, लोगों की मानें तो गांव में स्थिति सामान्य हो गई है। फिर भी प्रशासन अपने तरफ से कोई चूक नहीं करना चाहता। इसके बाद उपस्थित पदाधिकारी थाना क्षेत्र के तिरहुता गांव की ओर कूच कर गए। जानकारी के अनुसार यहां एक अतिक्रमणवाद का मामला महीनों से उलझा हुआ है।

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