आरोपितों को आश्रय देने वाले पर भी प्राथमिकी

मधुबनी। एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि महमदपुर गोलीकांड के आरोपितों को आश्रय देने के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 12:08 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 12:08 AM (IST)
आरोपितों को आश्रय देने वाले पर भी प्राथमिकी
आरोपितों को आश्रय देने वाले पर भी प्राथमिकी

मधुबनी। एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि महमदपुर गोलीकांड के आरोपितों को आश्रय देने के आरोप में प्रह्लाद महतो पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। दस की पहले हो चुकी थी गिरफ्तारी :

एसपी ने बताया कि मामले में घनश्याम झा, सुनैना देवी, राजेश कुमार झा, ऋषिकेश कुमार झा उर्फ राजा, अभिषेक कुमार झा, निखिल कुमार झा, शोभाकांत मेहता, देवेंद्र नाथ ठाकुर उर्फ राजीव ठाकुर, प्रशांत झा और सोनू चौधरी की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी थी। आरोपितों के खिलाफ हुई थी कुर्की जब्ती : मुख्य अभियुक्त प्रवीण झा के अलावा नवीन झा, मुकेश साफी, चंदन झा, अंकित उर्फ अमरनाथ झा, विनीत झा, भोला सिंह, मुन्ना सिंह, कौशिक सिंह उर्फ संतोष सिंह एवं शिवेश्वर भारती उर्फ फूलबाबू के विरुद्ध कुर्की जब्ती की गई है। जबकि, मनोज झा, अमरजीत झा, विश्वजीत कुमार झा, अनंत चौधरी, भवनारायण झा, पवन सिंह, झुन्ना सिंह, कमलेश सिंह, सुजीत कुमार सिंह, विमलेश कुमार सिंह, अशोक सिंह, मनोज सिंह, उमेश सिंह उर्फ बीडीओ, मुसाफिर सिंह, सुजय साफी के विरुद्ध वारंट, इश्तेहार, कुर्की वारंट एक साथ निर्गत करने के लिए कोर्ट में पांच अप्रैल को अर्जी दी गई। मुख्य आरोपित प्रवीण झा समेत चंदन झा, प्रह्लाद महतो का आपराधिक इतिहास भी है। स्पीडी ट्रायल से आरोपितों को सजा दिलवाई जाएगी। महमदपुर हत्याकांड के पीड़ितों को मिलेगा न्याय : संजय सिंह बेनीपट्टी। बिहार प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि महमदपुर हत्याकांड के पीड़ितों को न्याय मिलेगा। मुख्यमंत्री इस हत्याकांड की घटना को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। हत्याकांड में संलिप्त मुख्य आरोपित सहित अब तक 16 आरोपितों को गिरफ्तारी हो गई है। नीतीश की सरकार में देर है, अंधेर नहीं है। सभी अपराधी पाताल में भी होंगे तो खोज लिया जाएगा। सामूहिक हत्याकांड में संलिप्त अपराधी जेल की सलाखों के अंदर होंगे। कहा कि सीएम के हस्तक्षेप के बाद ही मुख्य आरोपित सहित छह की गिरफ्तारी हुई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर उन्होंने घटना को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। कहा कि उन्हें अपने माता-पिता के 15 साल के राज को याद करना चाहिए। उस राज में 118 नरसंहार हुए थे। फर्क इतना है कि नीतीश के राज में अपराधी जेल की सलाखों के अंदर हो रहे हैं, जबकि उस समय उन्हें एक अणे मार्ग में शरण मिलता था। कहा कि नीतीश की सरकार में न्याय के साथ विकास हो रहा है। कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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