अनुमंडल अस्पताल परिसर में जलजमाव से मरीजों की फजीहत

अनुमंडल के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाला झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल आज खुद बीमार चल रहा है। अस्पताल की यह बीमारी इसके परिसर में बीते दो सप्ताह से जारी जलजमाव से है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:52 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:52 PM (IST)
अनुमंडल अस्पताल परिसर में जलजमाव से मरीजों की फजीहत
अनुमंडल अस्पताल परिसर में जलजमाव से मरीजों की फजीहत

मधुबनी । अनुमंडल के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने वाला झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल आज खुद बीमार चल रहा है। अस्पताल की यह बीमारी इसके परिसर में बीते दो सप्ताह से जारी जलजमाव से है। आज अनुमंडल अस्पताल के प्रवेश द्वार पर पहुंचते ही मरीजों एवं उनके स्वजनों को जलजमाव का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव के कारण अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड तक पहुंच पाना मुश्किल हो गया है। अस्पताल परिसर में जलजमाव की समस्या से मरीज और उनके स्वजन ही परेशान नहीं हैं। अस्पताल में कार्य करने वाले डॉक्टर, नर्स एवं अन्य कर्मी भी परेशान हैं। हालांकिए बीते नो जून को अनुमंडल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सह वर्तमान विधायक नीतीश मिश्रा एवं डीएम के आगमन की सूचना मिलते ही नपं प्रशासन के द्वारा अस्पताल परिसर के जलजमाव को बालू डालकर एवं ईंट बिछा कर दूर करने का प्रयास अवश्य किया गया था, लेकिन जलजमाव की समस्या को समाप्त नहीं किया जा सका है। इधर, गुरुवार को अस्पताल पहुंचे नपं के जेई जयप्रकाश कुमार ने बताया कि बहुत जल्द इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा। इसके लिए जलजमाव के हिस्से में बालू भरा जाएगा। साथ ही बताया कि अस्पताल के पहुंच पथ को खरंजा कर पीसीसी सड़क निर्माण किया जाएगा। उनका कहना था कि वर्षा नहीं हुई तो जल्द ही यहां के जलजमाव की समस्या को दूर कर दिया जाएगा। झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार से पंप के सहारे शुरू हुई जलनिकासी

झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार में लगातार कुछ दिनों से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। यह स्थिति लगातार बारिश होने से बनी है। हालांकि, रेलवे द्वारा निर्मित नाला के अंतिम छोर नवटोल अंडरपास के पास लगे एक मोटर से पानी की निकासी हो रही थी। उक्त जगह पर दो-दो मोटर पंप लगा हुआ है। स्थानीय लोग बार-बार दोनों पंप को चलाने की मांग कर रहे थे। बीडीओ बिनोद आनंद भी पंचायत सचिव अरुण कुमार झा पर मोटर को चालू कराने का दबाव बनाए हुए थे। दूसरा मोटर बुधवार को चालू हुआ, लेकिन गुरुवार को फिर खराब हो गया। एक जगह निकास पाईप में समस्या आई थी तो कुछ तकनीकी समस्या भी थी। दोपहर बाद पंचायत सचिव ने बताया कि दोनो पंप चालू हो गए हैं। अगर आसमानी बरसात में कमी रही तो शुक्रवार सवेरे तक स्टेट बैंक रोड से पानी का निकास पूरी तौर पर हो जाएगा। पानी निकास में एक बड़ी समस्या तकनीकी जानकारों का यहां अभाव है। किसी विशेषज्ञ टीम से पाईप की सेटिग की जाती, पाईप का साईज बढ़ाया जाता तथा साथ ही बिजली के अभाव में सोलर लाईट से पंप चलाने की व्यवस्था की जाती तो संभव है कि इस समस्या का स्थायी समाधान हो जाए वरना बिजली पर आश्रित मोटर बिजली न रहने पर मुंह चिढ़ाता रहता है।

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