खेतों में फसल अवशेष जलाने वाले किसानों को काली सूची में डालें : डीएम

मधुबनी। जिला पदाधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय कक्ष में जिल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 10:31 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 10:31 PM (IST)
खेतों में फसल अवशेष जलाने वाले किसानों को काली सूची में डालें : डीएम
खेतों में फसल अवशेष जलाने वाले किसानों को काली सूची में डालें : डीएम

मधुबनी। जिला पदाधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय कक्ष में जिला स्तरीय अंतर विभागीय कार्य समूह की बैठक हुई। फसलों के अवशेष खेतों में नहीं जलाने एवं फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान के प्रति आमजनों को जागरूक करने के लिए जिला स्तरीय अंतर विभागीय कार्य समूह का गठन किया गया है। जिसकी बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को हुई।

बैठक में जिला पदाधिकारी ने खेतों में फसल अवशेष कुट्टी, पुआल, भूसा आदि को जलाने से मिट्टी के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर पड़ने वाले कुप्रभाव के बारे में किसानों को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया। डीएम ने सभी संबंधित विभागों के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन के लिए वृहत पैमाने पर प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि यदि कोई किसान पराली अर्थात फसल अवशेष जलाते हुए पाए जाते हैं तो उसे काली सूची में डालते हुए तीन वर्षों तक सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित करना सुनिश्चित करें। जिला पदाधिकारी ने उक्त मामले की जानकारी सभी मुखिया को देने के लिए जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया। काली सूची में शामिल किसानों को तीन वर्षों तक सरकारी योजनाओं के लाभ से होना पड़ेगा वंचित। खेतों में फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए होगा प्रचार-प्रसार। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी सह जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, कार्यक्रम समन्वयक कृषि विज्ञान केंद्र, सुखेत एवं अवकाश रक्षित पदाधिकारी जिला कृषि कार्यालय मौजूद थे।

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