पूर्व बीईओ शशि शेखर के सेवाकाल में सरकारी राशि गबन मामले की होगी जांच
मधुबनी। जिले के घोघरडीहा प्रखंड के पूर्व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शशि शेखर (अब दिवंगत) द्वा
मधुबनी। जिले के घोघरडीहा प्रखंड के पूर्व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शशि शेखर (अब दिवंगत) द्वारा अपने सेवाकाल में सरकारी राशि की अवैध निकासी कर गबन करने संबंधी गंभीर आरोपों की जांच होगी। इसके लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है। सरकारी राशि के गबन संबंधी उक्त मामला की जांच एवं इसमें संलिप्त अन्य पदाधिकारियों एवं कर्मियों को चिह्नित करने के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने तीन सदस्यीय जांच टीम में दरभंगा प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय, बिहार, पटना के उप निदेशक शैलेंद्र कुमार और शिक्षा विभाग, बिहार पटना के एसी-डीसी एवं उपयोगिता कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी भूषण कुमार को शामिल किया गया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने जांच टीम का आदेश दिया है कि संपूर्ण मामले की जांच कर तीन सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने जांच टीम से कहा है कि जांच में सहयोग के लिए कुछ और महत्वपूर्ण बिदुओं को चिह्नित कर उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी को जांच दल को पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आदेश दिया गया है।
------------------------ निलंबन एवं प्राथमिकी दर्ज करने की हो चुकी है कार्रवाई : सरकारी राशि गबन के आरोप में घोघरडीहा के पूर्व बीईओ शशि शेखर के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। उन्हें निलंबित भी किया गया था। निलंबन के दौरान ही उनका देहांत भी हो गया। उनके विरुद्ध अपने सेवाकाल में घोघरडीहा एवं खुटौना डीडीओ खाता से एवं अंधराठाढ़ी के बीआरसी खाता से कथित तौर पर लगभग 46 लाख रुपये अवैध निकासी का आरोप लगाया गया था। इस मामले में संबंधित थानों में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। वर्ष 2019 में वे घोघरडीहा प्रखंड में बीईओ के पद पर पदस्थापित थे।
-------------------- इस तरह हुआ था सरकारी राशि गबन का मामला उजागर : डीवाईएफआई नेता राजेश कुमार मिश्र एवं जदयू नेता फूलदेव यादव ने अलग-अलग परिवाद पत्र आरडीडीई, प्राथमिक शिक्षा निदेशक, राज्य परियोजना निदेशक, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, लोकायुक्त, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीजी, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आदि को भेजकर घोघरडीहा के तत्कालीन बीईओ के विरुद्ध सरकारी राशि की अवैध निकासी कर गबन करने का आरोप लगाते हुए जांच और कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इस आलोक में पहले भी जांच कराई गई थी। जांच में आरोप प्रथम ²ष्टया सही प्रतीत होने पर निलंबन एवं प्राथमिकी दर्ज करने की भी कार्रवाई की गई थी। अब उक्त मामले की गहन जांच एवं इसमें संलिप्त अन्य पदाधिकारियों एवं कर्मियों को चिह्नित करने के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है।