एक ही पल में उजड़ा पूरा परिवार, गांव में मातम का माहौल
मधुबनी। जयनगर बस्ती पंचायत के वार्ड 13 में गैस सिलेंडर ब्लास्ट करने और उसके चपेट में आने स
मधुबनी। जयनगर बस्ती पंचायत के वार्ड 13 में गैस सिलेंडर ब्लास्ट करने और उसके चपेट में आने से तीन लोगों की मौत से पूरे इलाके में मातम का माहौल है। मरने वालों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं। वार्ड निवासी मुकेश झा की पत्नी सोनी देवी के साथ ही 10 वर्षीय पुत्र मयंक और पांच वर्षीय पुत्री माही एक साथ दुनिया को अलविदा कह गए। एक ही पल में मुकेश का पूरा परिवार उजड़ गया। बता दें कि मुकेश झा अपने बड़े भाई शंकर झा के साथ मुंबई में काम करते हैं। गुरुवार की सुबह छह बजे घटी घटना की सूचना मिलते ही दोनों भाई घर के लिए मुंबई से रवाना हो गए हैं। घर में एक मात्र सदस्य शंकर झा की पत्नी लड्डू देवी बच गई। घटना के समय वह घर में नहीं थी। ग्रामीणों के अनुसार लड्डू देवी मानसिक रूप से बीमार है। घटना के समय वह घर से बाहर टहलने निकल गई थी। इस बीच घर में कैसे आग लगी, सिलेंडर कैसे विस्फोट कर गया, यह बताने वाला कोई जिदा नहीं बचा। ग्रामीणों के अनुसार गैस सिलेंडर विस्फोट से मां-बेटी के शरीर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। तीनों शवों का पोस्टमार्टम डीएमसीएच में कराया जा रहा है। पूरे गांव में दिन भर घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रही।
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छह साल बाद गांव में घटी ऐसी घटना :
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी गांव में इसी तरह की एक घटना घटी थी। उस घटना में भी एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई थी। छह वर्ष बाद घटी इस घटना ने लोगों के पुराने जख्म को भी ताजा कर दिया है। अगलगी की इस घटना में मुकेश झा और उनके एक भाई शिव कुमार झा की करीब दस लाख की संपत्ति भी जलकर नष्ट हो गई। पूरे दिन घटनास्थल पर लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा। प्रखंड प्रमुख सचिन कुमार सिंह, मुखिया पति अनिल कुमार सिंह, डीवाईएफआई के राज्य कमेटी सदस्य शशिभूषण प्रसाद समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी पीड़ित परिवार का हालचाल जानने पहुंचे। इन लोगों ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पुलिस को जांच कर आग लगने के कारण का पता करना चाहिए। पंचायत प्रतिनिधियों ने अंचल प्रशासन से पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजा देने की मांग की है।