दोहरे हत्याकांड में दोनों पक्षों ने दर्ज कराई प्राथमिकी
मधुबनी। मधेपुर थाना क्षेत्र के भीठ-भगवानपुर में प्रेम प्रसंग को लेकर हुए दोहरे हत्याकांड में
मधुबनी। मधेपुर थाना क्षेत्र के भीठ-भगवानपुर में प्रेम प्रसंग को लेकर हुए दोहरे हत्याकांड में दोनों तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कांड संख्या 179/20 दर्ज कराते हुए मृतक महिला की मां ने कहा है कि अरुण चौपाल अक्सर उसकी बेटी को फोन किया करता था। शनिवार को भी दिन में कई बार उसने फोन किया लेकिन मेरी बेटी ने फोन नहीं उठाया। फोन के बाबत पूछने पर उसने बताया कि परवलपुर गांव का अरुण चौपाल फोन कर रहा है। रविवार को सुबह के करीब दस बजे अरुण मेरे घर आया और मेरी बेटी से झगड़ने लगा। फिर हाथापाई कर उसे गिरा दिया एवं छुरा से छाती पर वार कर उसकी हत्या कर दी। वहीं, दूसरी प्राथमिकी मृतक अरुण चौपाल की पत्नी ने दर्ज कराई है। इसमें उसने अरुण के उक्त महिला से प्रेम प्रसंग को स्वीकार करते हुए बताया है कि दोनों के बीच अक्सर बातचीत होती रहती थी। पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि रविवार को अरुण सुबह ही तैयार होकर भगवानपुर जाने की बात बोल कर घर से निकला था। जाते वक्त वह काफी गुस्से में था। शाम को पता चला कि भगवानपुर गांव में उसने उक्त महिला की हत्या कर दी है जिसके कारण कामत टोला के लोगों की भीड़ ने उसे मारकर कमला नदी में फेंक दिया है। इधर, थानाध्यक्ष अजीत प्रसाद सिंह ने बताया कि प्राथमिकी के बाद पुलिस मामले की महकीकात कर रही है। युवक की हत्या करने वाली भीड़ में शामिल लोगों की पहचान के लिए प्रयास किया जा रहा है।
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एक ही पल में उजड़ गए दो परिवार :
दोहरे हत्याकांड ने एकबारगी लोगों को झकझोर कर रख दिया है। दो प्रेमियों की नासमझी से दो परिवार उजड़ गए। दोनों बालिग थे, लेकिन अपनी मर्यादा को दोनों भूल चुके थे। इसका खामियाजा अब दोनों के परिवारों को भुगतना पड़ेगा। प्रेमी अरुण ने गुस्से में अपनी प्रेमिका की जान ले ली। लेकिन, अरुण की हत्या करने वाली भीड़ को भी सही नहीं ठहराया जा सकता। इस पूरे घटना में पुलिस की नाकामी भी सामने आई है। गांव में इतना सबकुछ हो गया, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। मृतका की शादी दस साल पहले हो चुकी थी। फिर वह कैसे अरुण के संपर्क में आई, ये बताने वाला अब कोई नहीं। मृतका की मां अब इस बात को लेकर परेशान है कि उसकी दो संतानों की देखभाल अब कौन करेगा। एक संतान तो महज तीन माह का है। वहीं, अरुण के तीन बच्चों का पालन-पोषण कैसे होगा, उसकी पत्नी यही सोचकर बदहवाश है। इस घटना ने समाज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।