हत्याकांड के आरोपितों को पकड़ने राजनगर पहुंची मुंबई पुलिस, तीन गिरफ्तार
मुंबई के आजाद मैदान थाने में दर्ज एक हत्याकांड के आरोपितों को पकड़ने मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम राजनगर पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से मंगलवार की रात राजनगर थाना क्षेत्र के महिनाथपुर गांव से हत्याकांड के तीन आरोपितों को दबोच लिया।
मधुबनी । मुंबई के आजाद मैदान थाने में दर्ज एक हत्याकांड के आरोपितों को पकड़ने मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम राजनगर पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से मंगलवार की रात राजनगर थाना क्षेत्र के महिनाथपुर गांव से हत्याकांड के तीन आरोपितों को दबोच लिया। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम गिरफ्तार आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाने के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया निपटाने में जुट गई है। ------------ पहले गुमशुदगी, फिर अपहरण का मामला दर्ज : स्थानीय थानाध्यक्ष अमृत कुमार साह ने बताया कि सीएसटी के आजाद मैदान थाना क्षेत्र निवासी गौरी चौपाल उर्फ गौरी मंडल ने बीते मई माह में आजाद मैदान थाना में अपने पुत्र राजेश मंडल की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस को अनुसंधान के दौरान पता चला कि राजनगर थाना क्षेत्र के महिनाथपुर निवासी सुरेंद्र मंडल, रामकुमार सदाय व शंभू सदाय ने मिलकर उनके पुत्र का अपहरण कर लिया है। इसके बाद गौरी चौपाल ने 14 जून को आजाद नगर थाना में इन तीनों के खिलाफ अपने पुत्र के अपहरण की नामजद प्राथमिकी (कांड सं 247/21) दर्ज कराई। बाद में अपहृत युवक का शव पानी टंकी से बरामद होने के बाद यह हत्याकांड में बदल गया। ---------------- शव मिलने के बाद हत्याकांड में बदला मामला : कांड के अनुसंधान में मुंबई क्राइम ब्रांच की छह सदस्यीय टीम मंगलवार को राजनगर पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ थाना क्षेत्र के महिनाथपुर में छापेमारी कर सुरेंद्र मंडल, रामकुमार सदाय व शंभू सदाय को गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी दल में मुंबई क्राइम ब्रांच के एपीआइ अमोल माली व महेंद्र पाटिल, हवलदार सिरसाट, पुलिस नाइक विकास व इकबाल सिंह के साथ कांस्टेबल काले सहित राजनगर थाना के पुलिस पदाधिकारी व जवान शामिल थे। ----------------- तीन दोस्तों ने मिलकर की हत्या : महिनाथपुर निवासी राजेश मंडल की हत्या मुंबई में प्रेम प्रसंग में हो गई। जानकारी के अनुसार इसी गांव का सुरेंद्र मंडल अपने परिवार के साथ मुंबई में रहता था। सुरेंद्र मंडल की पत्नी व राजेश मंडल के बीच प्रेम प्रसंग की भनक लगने पर उसने अपने दो साथियों राजकुमार सदाय व शंभु सदाय के साथ मिलकर अपराध की योजना बनाई। ये दोनों भी महिनाथपुर के ही रहने वाले हैं और मुंबई में रहते थे। तीनों ने मिलकर राजेश के सिर पर हथौड़ा से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और शव को पानी टंकी में डाल दिया। घटना को अंजाम देने के दूसरे दिन तीनों ट्रेन पकड़ अपने गांव आ गए। ------------------- पड़ोसी की पत्नी से प्रेम कर जान गंवा बैठा राजेश : एक ही गांव के सुरेंद्र मंडल व राजेश मंडल मुंबई में भी एक-दूसरे के पड़ोसी थे। सुरेंद्र दिन में काम पर चला जाता था और घर में उसकी पत्नी अकेली रहती थी। इसी क्रम में राजेश व सुरेंद्र की पत्नी के बीच प्रेमलीला शुरू हो गई। कुछ दिन तो सब ठीक चला, लेकिन सुरेंद्र को इस नाजायज रिश्ते की भनक लग गई। इसके बाद उसने अपने दो ग्रामीण मित्रों के साथ मिलकर राजेश को दुनिया से ही विदा कर दिया। शव को एक खाली पानी टंकी में डाल दिया और साक्ष्य मिटाने की नीयत से शव पर नमक डाल दिया। मृतक राजेश के पिता गौरी मंडल मुंबई में चालक का काम करते हैं, जबकि तीनों हत्यारोपित आजाद मैदान थाना क्षेत्र में भवन निर्माण साइट पर श्रमिक का काम करते थे।