बाल विवाह रोकने को मंदिरों पर तैनात होंगे मजिस्ट्रेट

मधुबनी। बाल विवाह रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। ऐसे विवाह को रोकने के लिए मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 10:55 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 10:55 PM (IST)
बाल विवाह रोकने को मंदिरों पर तैनात होंगे मजिस्ट्रेट
बाल विवाह रोकने को मंदिरों पर तैनात होंगे मजिस्ट्रेट

मधुबनी। बाल विवाह रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। ऐसे विवाह को रोकने के लिए मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।

मालूम हो कि बाल विवाह को रोकने के लिए पूर्व से कानूनी प्रावधान है। गैर-कानूनी के साथ इसे सामाजिक अभिशाप माना गया है। बाल विवाह उन्मूलन के लिए राज्य में वर्ष 2006 से ही बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम प्रभावी है। वहीं दो अक्टूबर 2017 से बाल विवाह उन्मूलन के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद बाल विवाह के मामले सामने आ रहे है। बाल विवाह से जुड़े कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज भी हुए हैं। कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मगर, बाल विवाह का उन्मूलन नहीं हो पाया है। इसे देखते हुए बाल विवाह रोकने की दिशा में सरकार आगामी लग्न से यह असरदार कदम उठाने जा रही है। बाल विवाह रोकने को महिला विकास निगम सक्रिय

चंद दिनों के बाद शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त प्रारंभ होने वाला है। इस दौरान बाल विवाह की कोई घटना नहीं हो, इसके लिए महिला विकास निगम भी सक्रिय हो गया है। बाल विवाह रोकने के लिए महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक डॉ. एन. विजयलक्ष्मी ने डीएम, एसपी, एसडीओ सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी, अपराध अनुसंधान विभाग के अपर पुलिस महानिदेशक, प्रमंडलीय आयुक्त से लेकर समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव तक को उक्त सुझाव दिए हैं। साथ ही उक्त पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि लग्न के अवसर पर बाल विवाह को रोकने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। इस आलोक में पुलिस अधीक्षक डॉ. सत्य प्रकाश ने भी जिले के सभी एसडीपीओ, पुलिस इंस्पेक्टरों, थानाध्यक्षों एवं ओपी अध्यक्षों को बाल विवाह रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने, चौकसी बरतने, सजग रहने का निर्देश दिया है। बाल विवाह रोकने को अब ये भी कदम :

- जिले के जिन मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर विवाह संपन्न कराया जाता है, वहां आगामी लग्न से मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।

- बाल विवाह रोकने के लिए पंडितों एवं धर्म गुरुओं से भी विशेष सहयोग लिया जाएगा।

- महादलित टोलों में कार्य करने वाले विकास मित्रों को इन टोलों में होने वाले विवाहों पर विशेष नजर रखने की हिदायत दी जाएगी।

- थानेदार द्वारा चौकीदारों एवं अन्य सूचना तंत्रों को बाल विवाह रोकने के लिए सजग व सक्रिय किया जाएगा।

- बीडीओ द्वारा अपने क्षेत्र की सभी पंचायतों के मुखिया के साथ समन्वय स्थापित कर सभी विवाहों पर पैनी नजर रखी जाएगी। ताकि, बाल विवाह नहीं होने पाए।

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