हाईकोर्ट के आदेश पर शंकरपुर खुटौना में तीन घरों पर चला जेसीबी

मधुबनी । पटना उच्च न्यायालय में गोट खुटौना के जयप्रकाश भारती की ओर से दायर सीडब्ल्यूजेसी संख्या-20070013/18 में छह जनवरी 2020 को पारित आदेश का अनुपालन सोमवार को कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 10:44 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:44 PM (IST)
हाईकोर्ट के आदेश पर शंकरपुर खुटौना में तीन घरों पर चला जेसीबी
हाईकोर्ट के आदेश पर शंकरपुर खुटौना में तीन घरों पर चला जेसीबी

मधुबनी । पटना उच्च न्यायालय में गोट खुटौना के जयप्रकाश भारती की ओर से दायर सीडब्ल्यूजेसी संख्या-20070013/18 में छह जनवरी 2020 को पारित आदेश का अनुपालन सोमवार को कराया गया। इस क्रम में खुटौना थाना क्षेत्र के शंकरपुर खुटौना पहुंचे प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने पुलिस बल की सहायता से चैतू मुखिया, मसोमात धोबिया देवी तथा मनोज कुमार के लकड़ी, फूस एवं एस्बेस्टस के घर उजाड़ डाले। घरों को जेसीबी की सहायता से तोड़कर गिरा दिया गया। इस करवाई के समय खुटौना के सीओ रमन कुमार, खुटौना थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, लौकहा थानाध्यक्ष संतोष कुमार मंडल तथा ललमनियां ओपी अध्यक्ष मो. गुलाम सरवर पुलिस बल के साथ कारवाई में उपस्थित थे। पुलिस प्रशासन की इस करवाई का गांव के गरीब मछुआरों ने जमकर विरोध किया और इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताया। लोगों ने कहा कि जिन गरीब मछुआरों के घर उजाड़े गए हैं वे करीब पचास वर्षों से सरकारी जमीन पर घर बनाकर रह रहे थे। बताया कि दस वर्ष पहले उन्होंने इस जमीन की बंदोबस्ती के लिए खुटौना अंचल कार्यालय में आवेदन दिया था, जिसपर निर्णय अभी भी विचाराधीन है। अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी। महिला पुलिस सिपाहियों ने औरतों और बच्चों को जबरदस्ती घरों से खींचकर बाहर निकाला। घर तोड़े जाने से उनके अनाज कपड़े व बर्तन भी बर्बाद हो गए। माकपा व खेमयू नेता उमेश घोष ने गरीबों के घर तोड़े जाने की भ‌र्त्सना करते हुए कहा कि वर्षो से बसे हुए गरीबो को सरकार द्वारा बसने के लिए जमीन खरीदकर देने का अंचल अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया था, जो अभी भी अभिलेख में दर्ज है। प्रभावित परिवारों ने कहा कि उनके घरों के पीछे जयप्रकाश भारती ने जमीन खरीद रखी है, जिसकी ऊंची कीमत वसूलने के लिए कोर्ट का सहारा लेकर भूमिहीन गरीबों के घर उजाड़ दिए।

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