झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के अमान परिवर्तन की पहल से क्षेत्र में खुशी

मधुबनी । क्षेत्रीय संसद रामप्रीत मंडल की पहल पर क्षेत्र के लोगों में झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के आमान परिवर्तन की उम्मीद जगी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:23 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:23 PM (IST)
झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के अमान परिवर्तन की पहल से क्षेत्र में खुशी
झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के अमान परिवर्तन की पहल से क्षेत्र में खुशी

मधुबनी । क्षेत्रीय संसद रामप्रीत मंडल की पहल पर क्षेत्र के लोगों में झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के आमान परिवर्तन की उम्मीद जगी है। बता दें कि सांसद ने इस संबंध में रेल मंत्री एवं रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से मिलकर जनहित में यह मांग रखी है। इससे क्षेत्र के लोगों में भरोसा जगा है कि वर्षो से ठंडे बस्ते में बंद पड़े अमान परिवर्तन के काम में अब गति आएगी। झंझारपुर से लौकहा तक की 36 किमी रेल लाइन 1973 से 1975 तक देश के रेल मंत्री रहे स्व. ललित नारायण मिश्र की देन है। इस रेल लाइन की स्वीकृति पर लोकसभा में जब किसी सदस्य ने इसकी आर्थिक उपादेयता पर टिप्पणी की थी तो ललित बाबू ने जवाब देते हुए कहा था कि क्या यही कम है कि उस इलाके के लोग रेलगाड़ी देखेंगे। बता दें कि झंझारपुर-लौकहा रेल लाइन भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के इस भाग की भावना से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2004 में तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडीस व उस वक्त के रेलमंत्री और वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से झंझारपुर में इस रेलखंड के अमान परिवर्तन का शिलान्यास किया था। भारत-नेपाल सीमा को छू रही इस रेल लाइन के प्रतिरक्षा संबंधी महत्व को देखते हुए उस वक्त जॉर्ज फर्नांडीस ने घोषणा की थी कि इस खंड के अमान परिवर्तन का सम्पूर्ण व्यय रक्षा विभाग वहन करेगा। उनकी कही गई बात आई-गई हो गई। सांसद रामप्रीत मंडल द्वारा अमान परिवर्तन के लिए हालिया पहल से अब आश जगी है कि झंझारपुर से लौकहा तक गांवो में दूर-दूर तक रेलगाड़ी की सिटी की आवाज फिर से सुनाई देगी। युवा सामाजिक कार्यकर्ता खुटौना के विनोद कुमार चौधरी तथा डॉ. पीताम्बर साह ने सांसद की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थानीय लोगों के लिए बड़ी सौगात होगी।

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