जलस्तर में कमी, राहत नहीं मिलने से बाढ़ पीड़ितों की बढ़ी मुश्किलें

मधुबनी । पिछले दिनों प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरना शुरू हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 10:59 PM (IST)
जलस्तर में कमी, राहत नहीं मिलने से बाढ़ पीड़ितों की बढ़ी मुश्किलें
जलस्तर में कमी, राहत नहीं मिलने से बाढ़ पीड़ितों की बढ़ी मुश्किलें

मधुबनी । पिछले दिनों प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरना शुरू हो चुका है। नदियों के जलस्तर में गिरावट आई है, लेकिन अभी भी कई मुख्य व ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी बह रहा है। जिस कारण प्रखंड मुख्यालय से दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह भंग है। पीड़ितों को सरकारी सहायता नहीं मिली है। जिससे उसे विभिन्न तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। विनाशकारी बाढ़ के दौरान ध्वस्त हुई सड़कों की मरम्मत कर आवागमन चालू कराने का भी कोई साथर्क प्रयास धरातल पर नहीं दिख रहा है। इससे बाढ़ पीड़ितों में भारी आक्रोश दिख रहा है। खासकर पिहवारा से भौगाछी, उतरा से पिहवारा, बैंगरा से बोकहा, बैंगरा से अबारी, तरैया से पतार, अंदौली से अमनपुर सहित दर्जनों ग्रामीण सड़कों को बाढ़ ने कई जगहों पर क्षतिग्रस्त कर दिया है। वहीं, बैंगरा से अबारी, अबारी से पतार एवं बैंगरा से डुमरा जाने वाली सड़क पर अभी भी एक से डेढ़ फीट पानी का बहाव हो रहा है। इसके अलावा मधवापुर से पुपरी जाने वाली सड़क में झटियाही से लेकर कई जगहों पर अभी भी बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा है। पिरौखर पंचायत बीते सात दिनों से चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। हालांकि, पानी अब उतरना शुरू हो चुका है। किसानों के हजारों एकड़ में लगे धान के बिचड़े अभी भी बाढ़ की पानी में डूबे हुए हैं। बाढ़ के कारण प्रखंड क्षेत्र के एक सौ से अधिक परिवार मवेशियों के साथ विस्थापित होकर एनएच-104 एवं विद्यालय में शरण लिए हुए हैं। इन परिवारों को कोई सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। बाढ़ पीड़ितों में भारी आक्रोश है। सीओ रामकुमार पासवान ने बताया कि पानी के उतरते ही क्षतिग्रस्त ग्रामीण सड़कों की मरम्मत कराकर आवागमन शुरू कराई जाएगी। राहत के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग को लिखा जा चुका है। आदेश मिलने पर राहत का वितरण किया जाएगा।

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