पेयजल योजना में गबन मामले में अध्यक्ष व सचिव पर प्राथमिकी
मधुबनी । मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना में सरकारी राशि गबन करने के आरोप में परवलपुर पंचायत के वार्ड 11 के वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजा हुसैन व सचिव तौहीद आलम के विरुद्ध भेजा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
मधुबनी । मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना में सरकारी राशि गबन करने के आरोप में परवलपुर पंचायत के वार्ड 11 के वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजा हुसैन व सचिव तौहीद आलम के विरुद्ध भेजा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह प्राथमिकी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी (पंचायत समिति) चन्द्रदेव प्रसाद ने उक्त दोनों पर चार लाख 70 हजार पचास रुपये गबन का आरोप लगाते हुए दर्ज कराई है। बीपीआरओ ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा है कि परवलपुर पंचायत के वार्ड 11 में योजना संख्या-1/2018-19 के माध्यम से हर घर तक जल का नल पहुंचाने के लिए 16 लाख 27 हजार 830 रुपये की योजना स्वीकृत किया गया था। इसके विरुद्ध उन्हें कार्य करने के लिए 12 लाख रुपये दिया गया था। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी कार्य अपूर्ण रहने पर उन्हें पूर्ण करने हेतु दो बार पत्र जारी किया गया। लेकिन कार्य पूरा नहीं किया। इसी बीच परवलपुर गांव के मो. हबीबुर्रहमान ने एक परिवाद पत्र दायर किया। जिसके आलोक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी के आदेश पर बीडीओ अर्चना कुमारी ने इस योजना की जांच की। बीडीओ ने स्थल जांच के दौरान अबतक हुए कार्य का जब एमबी की मांग की तो उन्हें कुछ नहीं दिखाया गया। बाद में जेई सत्य प्रकाश द्वारा कार्य का आंकलन करवाने पर कुल सात लाख बीस हजार 950 रुपये का मात्र कार्य पाया गया। इसके बाद सम्बंधित योजना के कागजातों को देखने के क्रम में पाया गया कि उक्त वार्ड सदस्य 26 जून 2019 अपना त्याग पत्र तत्कालीन मुखिया सावित्री देवी को दे दिया था। लेकिन इसके बाद भी वार्ड अध्यक्ष राजा हुसैन एवं सचिव तौहिद आलम ने 27 जून 2019 को आयुष पंप के नाम से दो लाख पचास हजार का और 28 जून 2019 को अंबा इन्टरप्राइजेज के नाम पर दो चेक काटा। इस प्रकार चार लाख 79 हजार पचास रुपये की गबन कर लिया गया। आवेदन में वार्ड अध्यक्ष व सचिव पर सरकारी राशि गबन के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया गया है। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर गहन अनुसंधान शुरू कर दिया गया है।