भारी वर्षा के कारण कोसी, भुतही व छोटी नदियों में उफान

मधुबनी। नेपाल से लेकर बिहार तक हो रही लगातार बारिश से प्रखंड क्षेत्र की सभी नदियां उफान पर है। कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है कमला नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 12:42 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 12:42 AM (IST)
भारी वर्षा के कारण  कोसी, भुतही व छोटी नदियों में 
उफान
भारी वर्षा के कारण कोसी, भुतही व छोटी नदियों में उफान

मधुबनी। नेपाल से लेकर बिहार तक हो रही लगातार बारिश से प्रखंड क्षेत्र की सभी नदियां उफान पर है। कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है कमला नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मधेपुर प्रखंड के कोसी प्रभावित गांवों गढ़गांव, भवानीपुर, मेनाही, पिरियाही, बक्सा टोल, गोबरगढ़, बसीपट्टी, नोनयारी, राधिकापुर, महपतिया, बकुआ, भरगामा, द्वालख, ललवारही, कोरियाघात, मेहसा, भगता, लिलजा, लाहवन, करहारा सहित अन्य जगहों पर त्राहिमाम की स्थिति है। वीरपुर बैराज से सर्वाधिक डिस्चार्ज 2 लाख 74 हजार 365 क्यूसेक रहा लेकिन इसके बाद से धीरे-धीरे कम रहा है। यह पानी आने से यहां की स्थिति और दयनीय हो सकती है। गढ़गांव पंचायत के मेनाही गांव में सौ से ज्यादा घर कटने की सूचना मुखिया ने सीओ कार्यालय को दी है। जबकि वहां बने सोलर पावर सब स्टेशन का भविष्य भी खतरे में है। पानी से समूचा निचला ईलाका लबालब हो गया है। अब जैसे-जैसे जलस्तर में वृद्धि होगी लोगों के घरों में पानी घुसना शुरू हो जाएगा। भरगामा से मनोज निराला का कहना है वार्ड ग्यारह सहित अन्य जगहों पर पानी भर गया है। लोग अपने-अपने घरों में ऊंची जगहों पर शरण लिए हुए हैं। जनजीवन ठहर सा गया है। कई जगहों पर नदी की तेज धारा कटनियां कर रहा है। मवेशी चारा के अभाव में भूखे रहने को विवश है। इधर बकुआ एवं राधिकापुर में लगे कटनियां के बाबत विधायक गुलजार देवी ने डीएम को पत्र लिखकर अविलंब कटावरोधी कार्य शुरु करने की मांग की है। जबकि जल संसाधन मंत्री से बकुआ, भरगामा, जानकीनगर, नहरी- जगन्नाथपुर, लाहवन आदि गांवों में कोसी एवं तिलयुगा नदी का कटनियां लगने से गांव के अस्तित्व पर खतरा बढ़ गया है। इसलिए अविलंब कटावरोधी कार्य शुरू करने की मांग की है।

बताते चलें कि इस बाबत विधानसभा में अपने तारांकित प्रश्न के माध्यम से भी विधायक इस मुद्दे को उठा चुके हैं। इधर प्रभारी सीओ कन्हैया लाल ने बताया कि गढ़गांव से स्थिति विकराल होने की जानकारी मिला है। अन्य जगहों से जानकारी ली जा रही है। लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार कई गांवों की ग्रामीण सड़कें डूब चुकी है। लोगों का घर से पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। नाव के सहारे अपने दैनिक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन इसमें भी नाव की कमी आड़े आ रही है।

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