़पंडौल में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण
पंडौल में पंचायत चुनाव मतगणना समाप्ति के बाद से विभिन्न पदों पर विजयी रहे नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों के बीच प्रखंड कार्यालय के द्वारा जीत का प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
मधुबनी । पंडौल में पंचायत चुनाव मतगणना समाप्ति के बाद से विभिन्न पदों पर विजयी रहे नवनिर्वाचित
पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों के बीच प्रखंड कार्यालय के द्वारा जीत का प्रमाण पत्र वितरण किया गया। मालूम हो कि बीते शुक्रवार व शनिवार को मतगणना केंद्र पर मतगणना कार्य संपन्न होने के उपरांत प्रखंड स्तरीय किसी भी
जनप्रतिनिधियों को जीत का प्रमाण पत्र नहीं दिया जा सका था। फलस्वरूप रविवार को बंदी रहने के
कारण सोमवार की सुबह से ही जीत के प्रमाण पत्र के लिए नव निर्वाचित जनप्रतिनिधि प्रखंड मुख्यालय
पर पहुंचने लगे थे। जहां दिनभर बैठे रहने के उपरांत कुछ जनप्रतिनिधियों को शाम में आरॅओ सह
बीडीओ डॉ. अभिजीत चौधरी ने प्रमाण पत्र दिया था। वहीं कुछ प्रमाण पत्र मंगलवार को भी निर्गत किया
गया। नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों की भीड़ को देखते हुए प्रखंड मुख्यालय पर प्रमाण पत्र के लिए
कागज जमा लिया जाने लगा। तदुपरांत उसी हिसाब से सादे कागज पर कंप्यूटराइज प्रमाण पत्र बना
निर्गत किया जाने लगा। बुधवार को दहिवत माधोपुर पूर्वी पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया लाल बहादुर
यादव, बेलाही की मुखिया उषा देवी, भौर पंचायत के मुखिया दिलीप झा, उदयपुर बिठुआर के मुखिया
मो. हीरा, श्रीपुर हाटी मध्य पंचायत के निर्विरोध रहे सरपंच महेंद्र मंडल, संकोर्थू के पंचायत समिति
सदस्य गणेश यादव, सरिसब पाही पूर्वी पंचायत की सरपंच वैजंति देवी, मेघौल पंचायत की सरपंच बसंती
देवी सहित 2 दर्जन से अधिक वार्ड सदस्यों व वार्ड पंचों के बीच आरओ सह बीडीओ डा. अभिजीत
चौधरी ने प्रमाण पत्र प्रदान किया। बीडीओ डा.अभिजीत चौधरी ने कहा कि जैसे-जैसे प्रमाण पत्र तैयार
होते जा रहे हैं वैसे वैसे नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण किया जा रहा है।
इसके लिए नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को आपाधापी करने या घबराने की जरूरत नहीं है। सभी
नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को प्रखंड मुख्यालय की ओर से जीत का प्रमाण पत्र निश्चित रूप से दिया
जाएगा। वहीं कई जनप्रतिनिधियों ने इस वर्ष पंचायत चुनाव में प्रखंड प्रशासन की ओर से दिए जाने वाले
प्रमाण पत्र को लेकर भी अप्रसन्नता जताते हुए कहा कि इससे पूर्व के चुनावों में सुंदर लिखावट वाले मोटे
कार्डों पर प्रमाण पत्र प्रिटिग कराकर जनप्रतिनिधियों को दिया जाता था। रहिका में जनप्रतिनिधियों के
बीच उसी तरह का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है। लेकिन पंडौल में जनप्रतिनिधियों को महज एक सादे
कागज पर छोटे अक्षरों में बिना फोटो वाले प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं जो नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों
को खल रही है।