कृषि ऋण व फसल बीमा मामले में हेराफेरी, जांच का निर्देश

बेनीपट्टी प्रखंड के मनपौर गांव के मिथिलेश झा की शिकायत पर राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, नाबार्ड ने मधुबनी जिला में कृषि ऋण, फसल बीमा और धान खरीद की जांच का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 01:00 AM (IST)
कृषि ऋण व फसल बीमा मामले में हेराफेरी, जांच का निर्देश
कृषि ऋण व फसल बीमा मामले में हेराफेरी, जांच का निर्देश

मधुबनी। बेनीपट्टी प्रखंड के मनपौर गांव के मिथिलेश झा की शिकायत पर राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, नाबार्ड ने मधुबनी जिला में कृषि ऋण, फसल बीमा और धान खरीद की जांच का आदेश दिया है। नाबार्ड ने रहिका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, मधुबनी के प्रबंध निदेशक को पंद्रह दिन के अंदर जांच रिपोर्ट दिए जाने का निर्देश दिया है। नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक पीके पांडेय ने दि रहिका सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक से जांच के संबंध में पूरी जानकारी देने व बैंक के निदेशक मंडल की बैठक में सार्वजनिक शिकायतों के निष्पादन पर नियमित रूप से चर्चा किये जाने का निर्देश दिया है। विदित हो कि रांची में नौकरी कर रहे बेनीपट्टी प्रखंड के मनपौर गांव के मिथिलेश झा ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड से जिला में कृषि ऋण, फसल बीमा और धान खरीद में हेराफेरी किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। नाबार्ड के महाप्रबंधक के द्वारा चार फरवरी 2019 को पत्र निर्गत कर जांच का निर्देश जारी किया है। उल्लेखनीय हैं कि वर्ष 2018 में मिथिलेश की शिकायत पर बेनीपट्टी के तत्कालीन प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी डा. अवधेश कुमार ठाकुर ने जांच की तथा जांच में पाया कि शिकायतकर्ता के नाम पर फर्जीवाड़ा करके पचास हजार रुपये का बीमा लिया गया हैं और उनका नाम ऋणी में दर्शाया गया है। शिकायतकर्ता के नाम पर कई साल से मनपौर पंचायत का पैक्स अध्यक्ष केसीसी खाता का संचालन कर रहा था। शिकायत की जांच के दौरान खाता का बायलेंस जीरो करने की कोशिश की गयी। बैंक ने 27 अप्रैल 2013 से 9 जुलाई 2018 के बीच लेनदेन का कुछ सीमित ब्योरा दिया। बीसीईओ ने जांच में यह भी पाया कि केसीसी खाता पर अंकित शिकायतकर्ता का नाम उनके नाम से मेल नहीं खाता साथ ही हस्ताक्षर भी अलग अलग थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर बीसीईओ मिथिलेश कुमार ने मनपौर के पैक्स अध्यक्ष ललन झा एवं रहिका सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक अजय कुमार के खिलाफ 19 सितंबर 2018 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बैंक प्रबंधक जेल जाने के बाद बेल पर हैं साथ ही मनपौर के पैक्स अध्यक्ष ललन झा की अबतक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

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