तीन दिनों की झमाझम बारिश में पूरा शहर पानी-पानी
मधुबनी। यास तूफान की तेज हवा और लगातार बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो चुका है। शहर
मधुबनी। यास तूफान की तेज हवा और लगातार बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो चुका है। शहरी क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति यह है कि अब मकान भी गिरने लगे हैं। शहरी क्षेत्र में मिट्टी के घरों में रहने वालों के लिए दो दिन की बारिश आफत बनकर आई। शहर के विभिन्न हिस्सों में जहां लोगों के घरों में बारिश का पानी प्रवेश कर जाने से फजीहत झेलनी पड़ रही है। वहीं, फूस-मिट्टी के घरों के गिरने से परेशानी बढने लगी है। शनिवार को शहर के वार्ड 28 निवासी गुलाब खातून की झोपड़ी गिर गई। उसकी एक हाथ में गंभीर चोट आई है।
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जर्जर भवनों के बारिश में ध्वस्त होने का खतरा :
शहर के पुराने व जर्जर भवनों के बारिश में ध्वस्त होने का खतरा बना रहता है। शहर में नए-पुराने आवासीय भवनों की संख्या तकरीबन 25 हजार बताई गई है। इसमें से पुराने भवनों की संख्या करीब दस हजार है। जिसमें तीन हजार भवन ऐसे हैं जिनका निर्माण दशकों पूर्व कराया जा चुका है। जिसकी हालत काफी जर्जर बनी हुई है। जर्जर हो चुके मकानों में रहने वाले लोगों पर खतरा मंडराता रहता है। नगर परिषद के सिटी मैनेजर नीरज कुमार झा ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र के जर्जर भवनों की सूची तैयार कर समुचित कार्रवाई की जाएगी।
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शहर के कई हिस्सों में जलजमाव का संकट :
शहर के विनोदानंद कॉलोनी में जलजमाव की समस्या बनी गंभीर बन गई है। कॉलोनी के सुरेंद्र नायक, विनीत कुमार झा, दिगंबर झा, प्रो. शैलेंद्र कुमार झा सहित दो दर्जन से अधिक लोगों के घरों में नाला का पानी प्रवेश कर गया है। इस कॉलोनी के अलावा गोशाला मोहल्ले के लोगों के अनेकों घरों में जलजमाव सिरदर्द बन गया है। वहीं शहर के मिलन चौक, सूड़ी स्कूल चौक, थाना चौक, गदियानी चौक, गोशाला रोड, महराजगंज, प्रगतिनगर कालोनी, तिरहुत कालोनी, आदर्श कॉलोनी, सुरतगंज सहित अन्य हिस्सों में जलजमाव की समस्या बनी है। नगर निगम के उप नगर आयुक्त अरुण कुमार ने बताया कि निगम क्षेत्र से जलनिकासी के उपायों पर तेजी से कार्य किया जा रहा है।