झंझारपुर एवं लखनौर में मास्क की आपूर्ति एवं वितरण की रफ्तार धीमी
मधुबनी। झंझारपुर अनुमंडल के झंझारपुर व लखनौर प्रखंड में मास्क वितरण व्यवस्था की रफ्तार
मधुबनी। झंझारपुर अनुमंडल के झंझारपुर व लखनौर प्रखंड में मास्क वितरण व्यवस्था की रफ्तार धीमी है। यह स्थिति मास्क की आपूर्ति मांग के अनुरूप न होने तथा पंचायत सचिवों को इस काम में लगाने के कारण उत्पन्न हुई है। कई पंचायत सचिव के पास एक से अधिक पंचायतों का दायित्व है, इस कारण वे कहीं एक ही जगह मास्क का वितरण कर पा रहे हैं। पूरे तथ्यों को जानने पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर आपूर्ति और वितरण का सामंजस्य यही रहा तो इन प्रखंडों के पंचायतों में पूरे परिवार को मास्क वितरण पूर्ण होने में ढ़ाई से तीन महीने का समय लग सकता है और तब तक कोविड-19 की दूसरी लहर समाप्त होनी तय है। इसका सीधा सा अर्थ है कि सरकार का खजाना इस मद में खर्च भी होगा और आम लोगों को सरकारी धन के खर्च का सीधा लाभ ससमय नहीं मिल पाएगा। लखनौर के कुल 17 पंचायत में परिवारों की संख्या 55 हजार 526 है। प्रत्येक परिवार को छह मास्क उपलब्ध कराना है। इस हिसाब से यहां मास्क की मांग तीन लाख 33 हजार 156 है। यह काम जीविका को यहां दिया गया है। जीविका ने अब तक मात्र 32 हजार मास्क ही प्रखंड को उपलब्ध कराया है। इसका वितरण लखनौर पश्चिमी, बेहट दक्षिणी एवं मैवी में प्रारंभ किया गया है। यहां 14 पंचायतों में इस योजना का प्रारंभ ही नहीं हुआ है। जीविका के बीपीएम साफ कहते हैं कि जीविका यहां 50 हजार ही मास्क उपलब्ध करा पाएगी। बीडीओ विनोद आनंद कहते हैं कि लौफा में कार्यरत एक खादी ग्रामोद्योग संगठन से बात चल रही है। स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर जिला से मास्क मंगाया जाएगा। झंझारपुर में करीब 50 हजार परिवार के लिए तीन लाख मास्क चाहिए। जीविका संगठन के द्वारा 58 हजार 500 मास्क की आपूर्ति की गई है, जबकि 50 हजार मास्क यहां और तैयार है। अभी भी दो लाख मास्क की आवश्यकता यहां है। यहां लोहना उत्तर, रैयाम पूर्वी, महिनाथपुर एवं संतनगर पंचायत में मास्क का वितरण प्रारंभ भी नहीं हुआ है। बीडीओ कृष्णा कुमार कहते हैं कि झंझारपुर का जीविका संगठन बहुत जल्द मास्क की आपूर्ति कर देगा।