खिरहर पंचायत के किसी वार्ड में नहीं मिल रहा नल का जल, योजना अपूर्ण
मधुबनी। सात निश्चय योजना अंतर्गत नल-जल योजना में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। कह
मधुबनी। सात निश्चय योजना अंतर्गत नल-जल योजना में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। कहीं राशि गबन का मामला सामने आ रहा है तो कहीं योजना सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई है। योजना में गुणवत्ता का आलम यह है कि अब कई प्रखंड के कई पंचायतों से जलमीनार गिरकर ध्वस्त होने की घटनाएं सामने आने लगी है। तीन अप्रैल को बाबूबरही प्रखंड के बेला पंचायत स्थित वार्ड 12 में पानी भरते ही जलमीनार ध्वस्त होकर गिर पड़ा। बीते सात मार्च को हरलाखी प्रखंड के खिरहर पंचायत के वार्ड 11 में भी ऐसा ही मामला सामने आया जहां अनियमितता की वजह से जलमीनार धड़ाम से गिर गया। इसकी चपेट में आने से कई लोग बच गए। दो माह पहले इसी प्रखंड के झिटकी पंचायत में जलमीनार के घ्वस्त होने की घटना सामने आई थी। घटना के बाद आमलोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि पंचायतों में नल-जल योजना में बड़े पैमाने पर अनियितता बरती गई है। विद्यालय परिसर में बन रहा जलमीनार, बच्चों की सुरक्षा खतरे में : खिरहर पंचायत के वार्ड तीन में बोरिग सरकारी विद्यालय परिसर में लगा दिया गया है। जबकि, जलमीनार बनाने के लिए लोहे की बेल्डिग चल रही थी। पाइप बिछ गई है, लेकिन नल नही लगा है। मौके पर मौजूद विद्यालय की शिक्षिका ममता कुमारी ने बताया कि वार्ड सदस्य ने कंक्रीट का जलमीनार बनाने की बात कही थी, लेकिन लोहे का बनाया जा रहा है जो खतरे से खाली नहीं है। इसलिए बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कंक्रीट का ही जलमीनार निर्माण होना चाहिए। वहीं, वार्ड एक और दो में बोरिग तो है, लेकिन बोरिग के अलावा कोई काम नही किया गया है। वार्ड सदस्य प्रतिनिधि नुरुल ने बताया कि मुखिया ने जितना पैसा दिया था, हमने उतना काम करवा दिया। बांकी पैसा नहीं भेजा गया है, इसलिए काम रुका हुआ है।
लोग कर रहे योजना की जांच की मांग : वार्ड 13 में बोरिग था। मिस्त्री जलमीनार बनाने के लिए लोहे को जोड़ने का काम कर रहा था। पूछने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर मिस्त्री ने कहा कि जलमीनार ध्वस्त हो रहा है। जिसका कारण योजना में कमीशन व पैसे की बचत है। इसलिए मानक के अनुरूप कार्य नहीं हो रहा है। पंचायत के अन्य वार्डों का भी कमोबेश यही हाल है। किसी भी वार्ड में अब तक नल-जल का कार्य पूर्ण नही हो सका है। जिससे लोग भी काफी आक्रोशित है। ग्रामीण प्रो. विश्वमोहन प्रसाद चौधरी, कपिलेश्वर पासवान, रामकिशोर मंडल, प्रेमकुमार राय ने कहा कि मुखिया की मिलीभगत से योजना में जमकर भ्रष्टाचार व धांधली बरती गई है। लोहे का जलमीनार कही से भी सफल नहीं है। बावजूद, योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाकर अनियमितता बरती जा रही है। जिसका खामियाजा आने वाले समय में लोगों को भुगतना पड़ेगा। घटिया जलमीनार का निर्माण बड़े खतरे को आमंत्रित कर रहा है। इसलिए विभाग से पूरे पंचायत में नल-जल योजना की जांच होनी चाहिए।
अधिकारी दे रहे जांच व कार्रवाई का भरोसा : मुखिया विकास मिश्रा ने कहा कि कुल छह वार्डों में जलमीनार बन चुका है। जिसमें नल-जल का कार्य पूर्ण है। एक सप्ताह के अंदर कुल 11 वार्ड में जलमीनार बनकर तैयार हो जाएगा। वार्ड सदस्य की मृत्यु के कारण कार्य बाधित है। विभाग से बांकी काम के लिए पैसे का आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है। जिसका लिखित प्रतिवेदन दिया गया है। गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जा रहा है। इधर, बीडीओ अरविद कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। घटना में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। दो माह पूर्व झिटकी में भी ध्वस्त हुआ था जलमीनार : गौरतलब है कि प्रखंड क्षेत्र में जलमीनार गिरने की यह पहली घटना नहीं है। एक घटना करीब डेढ़ माह पूर्व झिटकी पंचायत में हुई थी। जहां वार्ड नौ में बने जलमीनार से पानी की टंकी गिरकर ध्वस्त हो गई थी। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारियों से जांचकर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। बावजूद, मामले को लीपापोती कर दी गई। झिटकी पंचायत में जलमीनार से टंकी गिरने की घटना में जांच की प्रक्रिया से असंतुष्ट खिरहर के ग्रामीणों ने वरीय अधिकारियों से इस मामले की जांचकर कार्रवाई की मांग की है।
रीडर कनेक्ट :::
नल-जल योजना में अनियमितता से संबंधित सूचना से आप वाट्सएप नंबर 9473282140 पर अवगत करा सकते हैं।