कोरोना संक्रमण की बढ़ने लगी रफ्तार, कई मुहल्ले माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित

मधुबनी। जिले में कोरोना संक्रमण फिर से पांव फैलाने लगा है। कोरोन संक्रमित नए मरीजों के मि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 11:59 PM (IST) Updated:Fri, 19 Mar 2021 11:59 PM (IST)
कोरोना संक्रमण की बढ़ने लगी रफ्तार, कई मुहल्ले माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित
कोरोना संक्रमण की बढ़ने लगी रफ्तार, कई मुहल्ले माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित

मधुबनी। जिले में कोरोना संक्रमण फिर से पांव फैलाने लगा है। कोरोन संक्रमित नए मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिले में कोरोना संक्रमण बेकाबू नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह चौकस मोड में है। बाबजूद, जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के लिए प्रतिदिन कोरोना संक्रमण जांच के लिए निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं हो रहा है। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडलीय अस्पतालों से लेकर सदर अस्पताल तक के लिए प्रतिदिन कम से कम 40 आरटीपीसीआर, 11 ट्रूनेट एवं एक सौ रेपिड एंटीजेन किट जांच का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन इस लक्ष्य की प्राप्ति में स्वास्थ्य संस्थानों का पसीना छूट रहा है। जबकि, प्रतिदिन के लिए निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में पूरा करने के लिए सिविल सर्जन सख्त आदेश जारी कर चुके हैं। सिविल सर्जन ने चेतावनी दे रखी है कि जो स्वास्थ्य संस्थान प्रतिदिन के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त नहीं करेंगे, वहां के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम एवं संबंधित लैब टेक्नशियन का संबंधित तिथि का मानदेय भुगतान पर रोक लगा दिया जाएगा। लेकिन, इस चेतावनी के बाद भी सभी स्वास्थ्य संस्थान प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कोविड-जांच नहीं कर पा रहे हैं।

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कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने की आवश्यकता :

दरअसल स्वास्थ्य संस्थान में ओपीडी में जो मरीज आते हैं उन्हीं मरीजों का कोविड-19 जांच किया जा रहा है। लेकिन, अधिकांश स्वास्थ्य संस्थानों के ओपीडी में उतने मरीज प्रतिदिन नहीं आते हैं, जितनी संख्या कोविड-19 की जांच के लिए निर्धारित की गई है। इस कारण कोविड-19 जांच के लिए प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं हो रही है। स्वास्थ्य संस्थान के एक चिकित्सक ने बताया कि यदि कोविड-19 टीकाकरण के लिए आने वाले व्यक्तियों को भी कोविड-19 जांच करना अनिवार्य कर दिया जाए तो प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। पहले कोविड-19 जांच के लिए गांवों में शिविर भी लगाया जाता था, लेकिन अब शिविर लगाकर कोविड-19 जांच नहीं की जाती है। इससे भी कोविड-19 जांच कम संख्या में होती है।

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रामपट्टी कोविड केयर सेंटर में भर्ती किए गए दो संक्रमित :

जिले में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। इनमें से दो करोना संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर, रामपट्टी में रखा गया है। जबकि, शेष कोरोना संक्रमितों को होम क्वारंटाइन किया गया है। जिले के बासोपट्टी, बेनीपट्टी, खजौली, पंडौल, रहिका एवं राजनगर प्रखंड क्षेत्र के जिस मुहल्लों में कोरोना संक्रमित एक्टिव केस मिले हैं, उसे माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित क्षेत्र के अंदर के किसी व्यक्ति को बाहर जाने एवं बाहर से किसी व्यक्ति को इस क्षेत्र के अंदर आने पर रोक लगा दी गई है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन में आवागमन को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। माइक्रो कंटेनमेंट जोन को सेनिटाइज्ड किए जाने का आदेश डीएम ने दिया है। इस जोन में आवश्यक सामानों की होम डिलिवरी की व्यवस्था करने का आदेश भी दिया गया है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों की नियमित जांच की जाएगी, सीनियर सिटीजन को टीका भी लगाया जाएगा। माइक्रो कंटेनमेंट जोन के 200 मीटर परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है।

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