दम तोड़ रहा मॉडल अस्पताल की योजना : मनोज
मधुबनी। सदर अस्पताल का मॉडल अस्पताल में उन्नयन की योजना दम तोड़ दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
मधुबनी। सदर अस्पताल का मॉडल अस्पताल में उन्नयन की योजना दम तोड़ दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया था। इसको लेकर करीब 26 करोड़ की स्वीकृत प्रदान की गई है। पिछले वर्ष दिसंबर में सदर अस्पताल परिसर में शिलान्यास किया गया। मगर, मॉडल अस्पताल का निर्माण अधर में लटका पड़ा है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव मनोज कुमार झा ने कहीं। यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की असली तस्वीर सामने आ गया है। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को एक साजिश के तहत ध्वस्त रखते हुए प्राइवेट हॉस्पिटलों को बढ़ावा दिया गया है। लेकिन सरकार को ग्रामीण स्तर पर सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की चिता नहीं रही है। राज्य में सरकारी अस्पतालों के तहत संचालित एंबुलेंस तथा मोबाइल एंबुलेंस की जानकारी सार्वजनिक किया जाना चाहिए। एक मोबाइल एंबुलेंस पर प्रतिमाह खर्च होने वाले ढाई लाख खर्च की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। राज्य में बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था का आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों का भवन भूत-बंगला में तब्दील हो चुका है। ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों पर दस-दस वर्षों से चिकित्सक नजर नहीं आ रहा है। प्राइवेट हॉस्पिटल को बढ़ावा देकर राज्य के गरीब लोगों के स्वास्थ्य को गिरवी रख दिया है। गरीब लोग सरकारी अस्पतालों की जगह प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराकर कंगाल हो रहे हैं। वही धन के अभाव में बेहतर इलाज के बगैर दम तोड़ रहे हैं।