मैथिली कथा संग्रह गस्सा के लिए मधुबनी के डॉ. सोनू को साहित्य अकादमी का युवा पुरस्कार

मधुबनी। साहित्य अकादमी ने वर्ष 2020 के लिए युवा पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। जिले के राज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 11:52 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 11:52 PM (IST)
मैथिली कथा संग्रह गस्सा के लिए मधुबनी के डॉ. सोनू को साहित्य अकादमी का युवा पुरस्कार
मैथिली कथा संग्रह गस्सा के लिए मधुबनी के डॉ. सोनू को साहित्य अकादमी का युवा पुरस्कार

मधुबनी। साहित्य अकादमी ने वर्ष 2020 के लिए युवा पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। जिले के राजनगर प्रखंड के हरिनगर गांव निवासी डॉ. सोनू कुमार झा को उनकी पहली पुस्तक मैथिली कथा संग्रह गस्सा के लिए युवा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उनकी यह पुस्तक पारिवारिक एवं युवा पीढ़ी के विकासात्मक सोच पर आधारित है। वर्ष 2016 में मैथिली साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति, मधुबनी से प्रकाशित इस कथा संग्रह में कुल 16 कहानियां हैं। डॉ. झा वर्ष 2012 से कथा संग्रह में जुटे हैं। इनकी एक और पुस्तक आशय वर्ष 2020 में प्रकाशित हुई है। मैथिली से एमए तक की शिक्षा प्राप्त करने वाले डॉ. झा को वर्ष 2017 में चेतना समिति, पटना ने डॉ महेश्वरी सिंह ''महेश'' ग्रंथ सम्मान से सम्मानित किया था। पिता विमल कुमार झा एवं माता रानी देवी के 35 वर्षीय पुत्र डॉ. झा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रहिका प्रखंड के जितवारपुर उत्कृष्ट मध्य विद्यालय से पूरी की। जितवारपुर के ही रमा प्रसाद दत्त जनता उच्च विद्यालय से मैट्रिक और जेएन कॉलेज से इंटर व स्नातक तक की शिक्षा पूरी की। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से एमए के बाद प्रो. मायानंद मिश्र के उपन्यासों पर पीएचडी की। डॉ. झा ने बताया कि पढ़ाई के क्रम में ही विभिन्न कथा गोष्ठी में शामिल होते रहे हैं। जिससे मैथिली साहित्य के क्षेत्र में कुछ करने की प्रेरणा मिली। मिथिला विश्वविद्यालय के पुस्तकालय विज्ञान के निदेशक डॉ. दमन कुमार झा से प्रेरणा पाकर मैथिली साहित्य के क्षेत्र में आगे बढ़ने लगे। आकाशवाणी, दरभंगा में कार्यरत डॉ. झा ने कहा कि युवाओं को मैथिली कथा के क्षेत्र में समाज को सकारात्मक दिशा देने के लिए आगे बढ़ना चाहिए।

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