डीएम-एसपी ने लिया कोविड टीका का दूसरा डोज
मधुबनी। सदर अस्पताल में डीएम अमित कुमार एवं एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने शनिवार को कोविड टीका
मधुबनी। सदर अस्पताल में डीएम अमित कुमार एवं एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने शनिवार को कोविड टीका का दूसरा व अंतिम डोज लिया। टीका लेने के बाद डीएम ने कहा कि कोविड से निजात के लिए वैक्सीन जरूरी है। कोविड टीकाकरण अभियान में भाग लेकर टीका लेने का आह्वान करते हुए कहा कि जिले में पूरे जोर-शोर के साथ वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। टीकाकरण के निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन जरूरी है। डीएम ने कहा कि टीका को लेकर लोगों की भ्रांतियां दूर हो चुकी है। वैक्सीन को लेकर तमाम दुविधाएं दूर हो रही हैं। लोग निर्भीक होकर उत्साह के साथ वैक्सीन ले रहे हैं। एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।आमलोगों को वैक्सीन जरूर लेना चाहिए। जिससे लाभुक के साथ उनके स्वजन और समाज भी सुरक्षित रहेगा। मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया कि कोविड से बचाव में टीका वरदान साबित हो रहा है। वैक्सीन लेने वालों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है। मौके पर एसीएमओ डॉ. सुनील कुमार, सीडीओ डॉ. आरके सिंह, यूनिसेफ एसएससी प्रमोद कुमार झा, अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। आठ मार्च को महिलाओं के टीकाकरण की विशेष तैयारी अंधराठाढ़ी। विश्व महिला दिवस पर नारी शक्ति को विशेष सम्मान देने के लिए स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने विशेष तैयारी की है। इसको लेकर आठ मार्च को प्रखंड में महिलाओं के लिए विशेष टीकाकरण कार्यक्रम रखा गया है। उस दिन प्रखंड की महिलाएं अपने आधार कार्ड के साथ सेंटर पर जाकर टीका ले सकती हैं। इस विशेष कोविड टीकाकरण को लेकर एक समीक्षा बैठक भी की गई। गौरतलब है कि प्रखंड में अब तक करीब एक ह•ार लोगों को टीका लगाया जा चुका है। बैठक में शुक्रवार को कोविड टीकाकरण के संदर्भ में विभिन्न गतिविधियों के सुचारू कार्यान्वयन, उपलब्धता, निगरानी एवं अनुश्रवण को लेकर समीक्षा की गई। बैठक बीडीओ राजेश्वर राम की अध्यक्षता में हुई। सुशील कुमार कश्यप ने बताया कि बैठक में कोविड टीकाकरण के अब तक की अद्यतन समीक्षा और आगे की रणनीति पर कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में डब्ल्यूएचओ के नीलांबर झा, बीएचएम रंजीत कुमार आदि भी शामिल हुए। बताया गया कि टीकाकरण के लिए 60 साल से ऊपर की सभी महिलाओं और 45 से 60 साल की शुगर आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिलाओं को वरीयता दी जाएगी।