बंद सीमा का बेटी-रोटी के संबंधों पर पड़ने लगा असर, नए रिश्तों से कतराने लगे लोग

मधुबनी। पिछले एक साल से भारत-नेपाल सीमा बंद है। आवागमन प्रभावित है। खुली सीमा के कारण अनाधि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:42 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:42 PM (IST)
बंद सीमा का बेटी-रोटी के संबंधों पर पड़ने लगा असर, नए रिश्तों से कतराने लगे लोग
बंद सीमा का बेटी-रोटी के संबंधों पर पड़ने लगा असर, नए रिश्तों से कतराने लगे लोग

मधुबनी। पिछले एक साल से भारत-नेपाल सीमा बंद है। आवागमन प्रभावित है। खुली सीमा के कारण अनाधिकृत रूप से लोगों का पैदल इस पार से उस पार जाना तो हो जाता है, लेकिन वाहनों के नहीं चलने से सामानों को ले जाना मुश्किल है। इसका सीधा असर भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सदियों से कायम बेटी-रोटी के संबंध पर पड़ रहा है। पहले लोग बेरोकटोक एक-दूसरे के सुख-दु:ख में शरीक होते रहे हैं, लेकिन पिछले एक साल से यह नहीं हो पा रहा। नए संबंधों पर भी विराम लगा हुआ है। अभी मिथिलांचल में लगन का समय चल रहा है। नए रिश्ते बन रहे हैं, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र में नए संबंध बनाना अभी भी मुश्किल है। बता दें कि सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र के कई महिला-पुरुषों का वैवाहिक संबंध सीमा के उस पार नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में है। पिछले एक साल से वे एक-दूसरे के समारोहों में भी शरीक नहीं हो पा रहे।

सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को नए रिश्तों को बनाने में अभी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों के आवागमन पर रोक के कारण लोगों को शादी-विवाह में ज्यादा खर्च वहन करना पड़ रहा है। इस कारण दोनों देशों के लोग नए संबंध बनाने से कतराने लगे हैं। सीमा के इस पार से उस पार बारातियों को ले जाना मुश्किल है। अगर किसी तरह व्यवस्था हो भी गई तो अनावश्यक खर्च का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों के आवागमन पर रोक से बढ़ी मुश्किलें

पिछले माह खिरहर थाना क्षेत्र के पहरा गांव के विकास गोस्वामी की शादी नेपाल के लहान गांव में ठीक हुई। शादी में लड़के व बरातियों को जाने के लिए सीमा तक के लिए अलग गाड़ी की व्यवस्था की गई। वहीं, लड़की वालों के सहयोग से नेपाल के अंदर जाने के लिए अलग गाड़ी ठीक करना पड़ा। पिछले माह में ही बासोपट्टी के जीवछ महतो ने अपनी लड़की की शादी नेपाल के कुर्था गांव में की। शादी को लेकर फलदान के लिए सामान के साथ पैदल सीमा पार करना पड़ा। इन समस्याओं के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के लोग अब नए संबंध बनाने से कतराने लगे हैं। कोट ::

फिलहाल सीमा खोलने को लेकर कोई आधिकारिक निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। निर्देश मिलते ही सीमा खोल दिया जाएगा और स्थिति पूर्ववत हो जाएगी।

शंकर सिंह, कमांडेंट, एसएसबी 48वीं वाहिनी

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