माता ब्रह्मचारिणी स्वरूप की हुई पूजा-अर्चना

मधुबनी। चैती दुर्गा पूजा के दूसरे दिन माता दुर्गा के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा-अर्चना

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 12:30 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 12:30 AM (IST)
माता ब्रह्मचारिणी स्वरूप की हुई पूजा-अर्चना
माता ब्रह्मचारिणी स्वरूप की हुई पूजा-अर्चना

मधुबनी। चैती दुर्गा पूजा के दूसरे दिन माता दुर्गा के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई। वहीं, पूजा स्थलों पर रेमंत की प्रतिमा श्रद्घालुओं के दर्शन के लिए रखा गया। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के पूजा स्थलों पर कोरोना गाइडलाइंस के पालन पर जोर दिया जा रहा है। शहर के गंगासागर तालाब स्थित चैती दुर्गा मंदिर के पूजा व्यवस्थापक कैलाश साह ने बताया कि पूजा स्थल पर सैनिटाइज की व्यवस्था बहाल की गई है। श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर से ही पूजा- अर्चना की छूट दी गई है।मंदिर पर श्रद्घालुओं को शारीरिक दूरी का पालन और मास्क के प्रयोग का निर्देश दिया जाता है। इधर, नव चैती दुर्गा पूजा समिति, चकदह द्वारा पूजा-अर्चना को बगैर मास्क पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को समिति द्वारा मास्क उपलब्ध कराई जा रही है। समिति के अध्यक्ष शशिनाथ चौधरी ने बताया कि पूजा स्थल का नियमित रूप से सैनिटाइज कराया जाता है। सभी पुजारी मास्क में होते हैं। समिति की ओर से श्रद्घालुओं को मास्क मुहैया कराई जा रही है। पूजा स्थल पर माता दुर्गा प्रतिमा और श्रद्धालुओं के बीच 30 फीट की दूरी रखी गई है। लगातार श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी बाहर रखने का आग्रह किया जा रहा है।समिति सचिव पंकज कुमार चौधरी, कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार चौधरी, संजय कुमार चौधरी ने बताया कि कोरोना गाइडलाइंस को लेकर पूजा पर खेल-तमाशा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन जागरण सहित अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। वहीं रहिका प्रखंड के अकाशपुरा, जगतपुरा, मिठौली सहित अन्य हिस्सों में कोरोना गाइडलाइंस के आलोक में पूजा का आयोजन चल रहा है।

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निज साधना के लिए घरों में पूजा-अर्चना का विशेष महत्व :

पूजा अर्चना का मुख्य सामाजिक खुशहाली व निज आध्यात्मिक उन्नति रही है। सामूहिक साधना समाज के खुशहाली के लिए के लिए किया जाता है। यह परंपरा सदियो से रही है। उक्त बातें पंडित अरुण चौधरी ने कहीं। उन्होंने बताया कि निज साधना के लिए घरों में पूजा-अर्चना का महत्व विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। मगर, कोरोना संक्रमण जैसे विकट परिस्थिति में घरों में माता दुर्गा की पूजा-अर्चना कर निज साधना की उन्नति बेहतर होगा। वैसे तो विभिन्न दुर्गा पूजा स्थलों पर कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। इससे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने में निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।

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