ट्रक पलटने से दबकर साइकिल सवार की मौत, जाम
बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के पाली गांव में सोईली पुल के निकट गुरुवार की सुबह आलू से लदे एक ट्रक के सड़क पर अचानक पलट जाने से उसके नीचे दब जाने से स्थानीय झोली सहनी की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
मधुबनी। बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के पाली गांव में सोईली पुल के निकट गुरुवार की सुबह आलू से लदे एक ट्रक के सड़क पर अचानक पलट जाने से उसके नीचे दब जाने से स्थानीय झोली सहनी की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पाली गांव के झोली सहनी चाय पीने के लिए साईकल से सोईली चौक की ओर जा रहा था जहां उसी क्रम में गुजर रहे ट्रक के पलट जाने से साईकल सवार ट्रक के नीचे दब गया और उसकी मौत हो गई। ट्रक को पलटने व साइकिल सवार की मौत हो जाने की घटना आग की तरह फैल गई। घटना स्थल पर भारी संख्या में लोग जुट गए और बेनीपट्टी पुपरी स्टेट हाईवे सड़क के पाली गांव में सड़क को जाम कर दिया गया। यूपी53डीटी0205 नंबर की आलू से लदा ट्रक यूपी से आलू लेकर बेनीपट्टी की ओर आ रही थी। जहां चालक की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी पुष्कर कुमार, पुनि सह थानाध्यक्ष हरेराम साह, अनि रवीन्द्र प्रसाद, सअनि सुभाष कुमार मिश्रा, सदलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की साथ ही डीएसपी पुष्कर कुमार ने त्वरित दो जेसीबी बुला ट्रक को निकालकर अपने कब्जे में ले लिया साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया। घटना स्थल पर पाली गांव के आक्रोशित लोग दफेदार मो इश्माईल पर ट्रक बोरी नही उतारने देने का आरोप लगाते हुए धक्का मुक्की किया जबकि ट्रक पलटने के बाद ट्रक के चालक व खलासी घटना स्थल से फरार हो गए। ट्रक चालक के केबिन से एक बोतल शराब बरामद की गई है। पाली गांव के झोली सहनी मजदूरी के काम कर गुजर बसर करता था साथ ही तीन लड़की व दो लड़का है। मौत के बाद पत्नी परमिला देवी व लड़का एवं लड़की शव के उपर चित्कार लगा रहे थे। घटना स्थल पर डीएसपी पुष्कर कुमार, बीडीओ मनोज कुमार, पुनि सह थानाध्यक्ष हरेराम साह, ने लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया जबकि सुबह सात बजे ट्रक पलटी उसके बाद ग्यारह बजे दिन तक सड़क जाम रही। आक्रोशित लोगों का यह भी आरोप था कि दिसम्बर 2017 में सोईली गांव के धर्मेन्द्र यादव की ट्रक पलटने के दौरान मौत हो गया था जहां सरकार व प्रशासन के द्वारा अबतक कोई मुआवजा एवं सहायता राशि नही मिल पायी है।