मधुबनी मंडल कारा की बदहाल व्यवस्था देख एडीजे दंग
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रीतम कुमार रतन ने बुधवार को मंडल कारा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंडल कारा के विभिन्न वार्डों की साफ सफाई स्वास्थ्य सुविधाएं एवं रसोई घर का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान वार्डों की साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं दिखी।
मधुबनी । अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रीतम कुमार रतन ने बुधवार को मंडल कारा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंडल कारा के विभिन्न वार्डों की साफ सफाई, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं रसोई घर का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान वार्डों की साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं दिखी। मंडल कारा परिसर में जगह-जगह जलजमाव की समस्या को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया। वार्ड के बाहर खुले नाली को ढ़कने का भी निर्देश दिया। महिला वार्ड के बाहर परिसर में जमा पानी को मोटर से निकालने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जब न्यायाधीश को यह जानकारी दी गई कि मंडलकारा में एक भी महिला चिकित्सक एवं नर्स की ड्यूटी नहीं है तो वे हैरान हो गए। उन्होंने तत्काल मंडलकारा अधीक्षक जलज कुमार को रिपोर्ट तैयार कर सिविल सर्जन को अनुरोध पत्र भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि स्थाई रूप से कारा अस्पताल में एक नर्स एवं रूटीन चेकअप के लिए एक महिला डाक्टर की ड्यूटी लगाई जाएगी। न्यायाधीश ने पैन इंडिया प्रोग्राम के तहत बंदियों से बात कर उनकी समस्या सुनी। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एडीजे पीके रतन ने बताया कि जेल के अंदर उचित सफाई एवं महिला बंदी के साथ रह रहे बच्चों की समुचित देखभाल एवं महिला चिकित्सक एवं नर्स की तैनाती का निर्देश दिया गया है। असहाय बंदी को सरकारी खर्च पर वकील की व्यवस्था की जाएगी। कुछ बंदियों ने आवेदन भी दिया है। निरीक्षण के दौरान जेल उपाधीक्षक आनंद कुमार एवं आमोद कुमार भी मौजूद थे। खास बाते:- - निरीक्षण के दौरान नहीं दिखी साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था - जलजमाव की समस्या दूर करने का निर्देश