कोविड टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों के विरुद्ध होगी कार्रवाई

खजौली में कोविड टीकाकरण की समीक्षा को लेकर बीडीओ मनीष कुमार ने शनिवार को प्रखंड के संकुल समन्वयकों के साथ अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने संकुलवार टीका लेने वाले एवं नहीं लेने वाले शिक्षकों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 12:16 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 12:16 AM (IST)
कोविड टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
कोविड टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों के विरुद्ध होगी कार्रवाई

मधुबनी । खजौली में कोविड टीकाकरण की समीक्षा को लेकर बीडीओ मनीष कुमार ने शनिवार को प्रखंड के संकुल समन्वयकों के साथ अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने संकुलवार टीका लेने वाले एवं नहीं लेने वाले शिक्षकों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अबतक टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों को अनिवार्य रुप से 15 जून 2021 तक टीका ले लेने का निर्देश दिया। कहा कि 15 जून तक टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इस क्रम में उन्होंने अबतक टीका नहीं लेने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कारणपृच्छा की बात कही। कहा कि उच्चाधिकारी के आदेश के अनदेखी कतई स्वीकार्य नहीं होगी। इस मौके पर सीआरसीसी दया शंकर झा, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, बलराम सह, धैर्यनाथ चौधरी, राम पुकार सिंह आदि उपस्थित थे।

कोरोना टीकाकरण को लेकर लोगों को किया जागरूक खजौली(मधुबनी) : कोरोना टीकाकारण के प्रति दिलचस्पी नहीं रखने वाले लोगों को जागरूक

करने के लिए खुद प्रशासनिक पदाधिकारी अब गांवों में पहुंच रहे हैं। लोगों को टीके के फायदे गिना रहे हैं। बीडीओ एवं सीओ के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम इसी बाबत बेंता ककरघट्टी पंचायत की कोठिया गांव पहुंची एवं लोगों को कोरोना टीका के लाभ के बारे में समझाया। गांव की महिला व पुरुषों से कोरोना का टीका लगवाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव का टीका एक प्रमुख साधन है। सभी लोग स्वास्थ्य रहें व कोरोना महामारी से बचें इसके लिए सभी को टीका लेना आवश्यक है। प्रशासनिक पदाधिकारियों के काफी समझाने के बाद गांव के कुछ बड़े-बुजुर्गों ने आगामी 16 जून को टीका लगवाने को सहमत हुए।

विदित हो कि अल्पसंख्यक बाहुल इस गांव में टीकाकरण को लेकर फैली कुछ भ्रांति के कारण गांव के कोई व्यक्ति टीकाकरण को तैयार नहीं हो रहे थे। स्वस्थ्यकर्मी की टीम टीकाकरण को लेकर कई बार गांव पहुंची, किन्तु लोग टीकाकरण को तैयार नहीं हुए। अंतत: प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारियों को लोगों को समझाने के लिए खुद गांव जाना पड़ा। अब 16 जून देखना है कि प्रशासनिक पहल का लोगों पर कितना असर पड़ा।

मौके पर बीडीओ मनीष कुमार, सीओ मनीष कुमार, यूनीसेफ के बीएमसी कालीचरण झा, डॉ. रमेश पासवान, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रभात कुमार, समाजसेवी सतीश कुमार आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी