खाते से निकल गए 11 लाख 57 हजार, धरातल पर कार्य कुछ नहीं

मधवापुर प्रखंड में सीएम सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर नलजल योजना विफल ही साबित हो रहा है। योजना कहीं तकनीकी खराबी के कारण बंद है तो कही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। ताजा मामला उतरा पंचायत के वार्ड संख्या आठ में करीब 11 लाख रुपये की बंदरबांट का मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:14 PM (IST)
खाते से निकल गए 11 लाख 57 हजार, धरातल पर कार्य कुछ नहीं
खाते से निकल गए 11 लाख 57 हजार, धरातल पर कार्य कुछ नहीं

मधुबनी । मधवापुर प्रखंड में सीएम सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर नलजल योजना विफल ही साबित हो रहा है। योजना कहीं तकनीकी खराबी के कारण बंद है, तो कही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। ताजा मामला उतरा पंचायत के वार्ड संख्या आठ में करीब 11 लाख रुपये की बंदरबांट का मामला प्रकाश में आया है। जिससे सरकार की इस महत्वाकांक्षी नल-जल योजना पर सवाल उठने लगा है। जानकारी के अनुसार वार्ड आठ में नल-जल योजना का कई वर्ष पहले बोरिग गाड़ा गया और उसे जस का तस छोड़ दिया गया। यह बोरिग अब मवेशियों के खूंटे के काम आ रहा है। रुपये की निकासी के बावजूद धरातल पर कोई काम नहीं किया गया है। इसको लेकर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम न्यायालय में वार्ड सदस्य यमुना देवी ने पंचायत सचिव रामस्वार्थ ठाकुर, बिचौलिया मुन्ना चौधरी व मुखिया पति सुधीर सदाय के खिलाफ सरकारी पैसे का फर्जी तरीके से निकासी कर बंदरबांट किए जाने का आरोप लगाया है। आरोप में वार्ड सदस्य ने कहा है कि हम पढ़े लिखे नहीं हैं। बस साक्षर हैं। उक्त तीनों लोग मेरे घर पर आए और झूठ बोलकर झांसा देकर हमसे तीन सरकारी नल-जल योजना के चेक पर हस्ताक्षर करवा लिया और फर्जी तरीके से नल-जल योजना के खाता से पहली बार सात हजार, फिर 10 लाख और एक लाख 50 हजार रुपये समेत तीन बार में कुल 11 लाख 57 हजार रुपये निकाल कर बंदरबांट कर लिया। वार्ड सदस्य पति चंदेश्वर पासवान ने कहा कि जबरन झूठ बोलकर फर्जी तरीके से सरकारी पैसे का निकासी कर पैसे का बंदरबांट कर लिया है। जिसको लेकर हमने न्यायालय में 28 अगस्त 2020 को परिवाद दायर किया, ताकि जनता के पैसे को बंदरबांट नहीं किया जा सके। वहीं, ग्रामीण बैजनाथ पासवान, शम्भू पासवान, बिन्दे पासवान, सुरेश पासवान, जमुना देवी, रीना देवी, गमक पासवान ने बताया कि सरकारी पैसे का बंदरबांट किया गया है। खाते से 11 लाख रुपया निकल गया, लेकिन धरातल पर कोई काम नही हुआ है। इसलिए हमलोग ऐसे भ्रष्ट लोगो पर कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए हक की लड़ाई जारी रखने की बात कही। मुखिया पति सुधीर सदाय ने लगाए गए आरोप को गलत बताया है और कहा कि वार्ड सदस्य खुद बिचौलिए से मिलकर पैसे का बंदरबांट किया है। जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इस बाबत बीडीओ राजेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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