वेतन भुगतान के लिए चिकित्सा पदाधिकारी मांगते हैं घूस
मधेपुरा । जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यकल
मधेपुरा । जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यकलाप से नाखुश 21 एएनएम ने मंगलवार को कार्य का वहिष्कार कर दिया। एएनएम मुख्यालय पहुंचकर सिविल सर्जन डा. अमरेंद्र नारायण शाही से मिलकर शिकायत की। एएनएम ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वेतन भुगतान के लिए घूस की मांग करते हैं। जबकि खुद रोजाना अस्पताल नहीं पहुंचते हैं। एएनएम स्वर्णलता कुमारी, कृतिका भारती, तनुजा कुमारी, विभा कुमारी, रीना कुमारी, गुंजा कुमारी, संजू कुमारी, पूनम कुमारी, पुष्पलता सिन्हा, निर्मला कुमारी, बबिता कुमारी, उर्वशी कुमारी, सुशीला कुमारी, मंजू कुमारी, रीता कुमारी, रीना कुमारी, वीणा कुमारी, सपना कुमारी, किरण कुमारी, नूतन कुमारी ने आवेदन देकर कहा है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वेतन निकलने पर रिश्वत मांगते हैं। जबकि कोरोना काल में दिनरात एक कर काम करने के बावजूद सरकार द्वारा घोषित एक माह का अतिरिक्त वेतन हमलोगों को अबतक भुगतान नहीं किया गया है। अतिरिक्त वेतन भुगतान करने के बदले हमलोगों से पांच-पांच हजार रुपये मांग की जा रही है। फील्ड में लगातार काम करने के बावजूद हमलोगों को अनुपस्थित कर दिया जाता है। जबकि चकित्सा पदाधिकारी खुद सप्ताह में एक या दो दिन अस्पताल आते हैं। अनुपस्थित दिन का भी वे हस्ताक्षर बना लेते हैं। अस्पताल में उपस्थिति पंजी एक चतुर्थवर्गीय कर्मचारी को सौंप दिया गया है। जो अपने आलमीरा में उपस्थिति पंजी को बंद कर रखता है। लिहाजा हमलोग समय से हाजरी नहीं बना पाते हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हैं। साथ ही हमलोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया करते हैं। इसके अलावा हमलोगों के रेस्ट रूम में सीसीटीवी कैमरा लगा दिया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के व्यवहार से सभी एएनएम नाखुश हैं। हमलोग भय व तनाव में रहकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। सिविल सर्जन ने समस्याओं को सुनकर जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।