वेंटिलेटर की कमी से दूसरी लहर में हुई थी परेशानी, तीसरी लहर के लिए बढ़ाए गए नौ वेंटिलेटर

मधेपुरा। कोरोना के दूसरे दौर में वेंटिलेटर की कमी ने काफी परेशान किया था। कई लोगों को रेफर करना पड़ा था। इस बार स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही तैयारी कर शुरू कर दी है। जननायक कर्पूरी ठाकुर में 19 व सदर अस्पताल में छह वेंटिलेटर है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:12 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:12 AM (IST)
वेंटिलेटर की कमी से दूसरी लहर में हुई थी परेशानी, तीसरी लहर के लिए बढ़ाए गए नौ वेंटिलेटर
वेंटिलेटर की कमी से दूसरी लहर में हुई थी परेशानी, तीसरी लहर के लिए बढ़ाए गए नौ वेंटिलेटर

मधेपुरा। कोरोना के दूसरे दौर में वेंटिलेटर की कमी ने काफी परेशान किया था। कई लोगों को रेफर करना पड़ा था। इस बार स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही तैयारी कर शुरू कर दी है। जननायक कर्पूरी ठाकुर में 19 व सदर अस्पताल में छह वेंटिलेटर है। इस बार मेडिकल कालेज में बच्चों के लिए नौ अतिरिक्त वेंटिलेटर लगाया जा रहा है। ताकि तीसरे दौर में परेशानी न हो। वहीं आक्सीजन प्लांट का कार्य भी लगभग पूरा होने को है। दूसरी लहर के दौरान हुई आक्सीजन की कमी से सीख लेते हुए अस्पताल परिसर में दो आक्सीजन प्लांट लगवाने के कार्य आरंभ है। जो एक माह के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा। प्लांट तैयार होने के बाद मेडिकल कालेज को आक्सीजन बाहर से मंगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल मेडिकल कालेज में 155 कोविड बेड की संख्या भी पर्याप्त है। वहीं सदर अस्पताल में भी दो आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। ताकि जिला आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो सके। स्वास्थ्य कर्मी की कमी से होगी परेशानी विभिन्न अस्पतालों में पदस्थापित चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से परेशानी बढ़ेगी। वर्तमान में 130 चिकित्सक पर जिले का भार है। जिले की जनसंख्या 24 लाख के करीब है। इस स्थिति में एक चिकित्सक पर 18 हजार से अधिक लोगों का भार है। वहीं कर्मियों की भी काफी कमी है। एएनएम, आशा सहित नर्स की कमी से जूझ रहा स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर में कैसे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा दे पाएगा। यह भी सोचनीय है। बच्चों के लिए तैयार किया गया है 55 बेड तीसरी लहर से लड़ने को लेकर फिलहाल मेडिकल कालेज में 100 बेड का कोविड वार्ड व बच्चों के लिए 55 वेड का वार्ड तैयार किया गया है। गंभीर कोरोना संक्रमितों के लिए 19 वेंटिलेटर बेड व गंभीर कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए नौ वेंटीलेटर वेड तैयार किया गया है। बच्चों के लिए वेंटिलेटर बेड की कमी थी। कमी को दूर कर लिया गया है। अस्पताल परिसर में दो आक्सीजन प्लांट लगवाने का कार्य जारी है। एक माह के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा। आक्सीजन प्लांट बन जाने के बाद पूरा अस्पताल आक्सीजन पाइप लाइन से जुड़ जाएगा। जुड़ने के बाद आक्सीजन की कोई कमी नही होगी। संभावित कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए अस्पताल प्रसाशन पूरी तरह से तैयार है।

डा. बैजनाथ ठाकुर

अस्पताल अधीक्षक

जन नायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय

मधेपुरा

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