निकम्मी पुलिस के कारण जिले में बढ़ रहा अपराधियों का मनोबल : ई. प्रभाष
मधेपुरा। जिले के विभिन्न हिस्सों में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही है। बदमाश पकड़े नह
मधेपुरा। जिले के विभिन्न हिस्सों में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही है। बदमाश पकड़े नहीं जा रहे। पुलिस कप्तान और उनके नीचे काम करने वाले अधिकारी लापरवाह हैं। जिले में भ्रष्ट अधिकारियों का जमावड़ा हो गया है। अफसरशाही के चरम पर रहने के कारण आमलोगों को कहीं भी न्याय मिल पाना मुश्किल हो गया है। जनप्रतिनिधियों को लगातार अपराधियों द्वारा टारगेट किया जा रहा है। गम्हरिया में प्रखंड जदयू अध्यक्ष की हत्या पुलिस प्रशासन के लिए बड़ा सवाल है। आखिर पुलिस क्या कर रही है। लोग डर के माहौल में जी रहे हैं।
प्रदेश महासचिव ने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी पदाधिकारी अहमियत नहीं देते है। पैसों के बल पर अपने कलम का रूख की दिशा तय करते हैं। जिले में जो जनप्रतिनिधि हैं वो भी जनता के सरोकार से दूर हो गए और गलत अधिकारी को भी गलत कहने में संकोच करते हैं। लोकतंत्र में जो अधिकार जनप्रतिनिधियों को संविधान ने दिया है उसका उपयोग कब होगा। आज स्थिति यह बन गई है कि बिना पैसे के निर्दोष लोगों को भी अधिकारी दोषी करार दे देते हैं, जो दोषी है वह खुलेआम सड़कों पर घूमते हैं। आवश्यकता है समाज से सरोकार रखने वाले सभी राजनीतिक दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाने की तभी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा हो सकेगी।