धर्मनिरपेक्ष महाज्ञान यज्ञ के लिए निकाली गई कलशयात्रा

मधेपुरा। प्रखंड क्षेत्र की खापुर पंचायत स्थित बथनाहा गांव में नौ दिवसीय धर्मनिरपेक्ष महाज्ञान यज्ञ क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 11:41 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 11:41 PM (IST)
धर्मनिरपेक्ष महाज्ञान यज्ञ के लिए निकाली गई कलशयात्रा
धर्मनिरपेक्ष महाज्ञान यज्ञ के लिए निकाली गई कलशयात्रा

मधेपुरा। प्रखंड क्षेत्र की खापुर पंचायत स्थित बथनाहा गांव में नौ दिवसीय धर्मनिरपेक्ष महाज्ञान यज्ञ को लेकर कलश शोभायात्रा निकाला गई।

कलश शोभायात्रा यज्ञ स्थल बथनाहा से खापुर, पचवीरा, रतवारा होते हुए सुखार घाट कोसी नदी में वैदिक उच्चारण के साथ जल भरकर लगभग छह किलोमीटर दूरी तय कर कलश शोभायात्रा यज्ञ स्थल पहुंची। इस बाबत यज्ञ समिति के सदस्य खापुर पंचायत के मुखिया मुकेश कुमार मुन्ना, पंचायत समिति प्रतिनिधि मागन सिंह, संजीत कुमार, देवेंद्र सिंह, सुबोध मंडल, भोला सिंह , गोपाल सिंह सहित अन्य सदस्यगणों ने बताया कि शुक्रवार को कलश शोभायात्रा के साथ नौ दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ किया गया है। जो छह मार्च तक चलेगा। कलश शोभायात्रा में 501 कन्याओं व विवाहिता ने भाग लिया। वहीं कलश शोभा यात्रा को भव्य बनाने के लिए दर्जनों घोड़ा, बैंड पार्टी कलश शोभायात्रा में शामिल था। वहीं कलश शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के द्वारा जय श्री राम, जय श्री राधे, जय श्री कृष्ण के गगनभेदी नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। इस दौरान वृंदावन अयोध्या सहित कई जगहों से प्रवचन कर्ता रासलीला मंगाया गया है। सत्संग, भजन के बिना मानव का कल्याण संभव नहीं : भागीरथ मधेपुरा। प्रखंड के अभियाटोला में एक दिवसीय भव्य सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महर्षि मेंहीं परमहंसजी महाराज के शिष्य स्वामी भागीरथ परमहंस महाराज ने कहा कि कृपा की ²ष्टि से जिस जीव को सदगुरू देख ले एक ही क्षण में उसको निर्वाण प्राप्त हो जाएगा। सत्संग में आने से सारे दुर्लभ पदार्थ भी सुलभ हो जाता है। सत्संग से ज्ञान और बुद्धि मिलता है। सत्संग, भजन के बिना मानव का कल्याण नहीं होता है। मानव को सदाचार का पालन करना तथा पांच पापों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईश्वर को किसी ने देखा नहीं है और ईश्वर की प्रतिमा देखना चाहते हो, तो गुरू को देखो। उन्होंने कहा कि महर्षि मेहीं परमहंस महाराज 20वीं शताब्दी के महान संत थे। उनकी सरल भाषा व सादगी सद विचार अनुकरणीय है। सच्चाई और संतोष से ही परम सुख संभव है। इस दौरान उपस्थित संजय बाबा ने कहा कि ईश्वर एक है और वह बाहर नहीं है, बल्कि वह मन के अंदर हीं स्थापित है। संतों की वाणी को सुनिये और उसके अनुकूल चलिए तो परम शांति के साथ सांसारिक सागर से पार हो जाएंगे। महर्षि मेहीं कहते थे की संसार में कपट वेश में जीना व्यर्थ है, क्योंकि उसका राज खुलना तय है और यह राज जिस दिन खुल जाएगा तो जीविका बिल्कुल बर्बाद हो जाएगी। सत्संग समारोह का आयोजन पूर्व पंचायत समिति सदस्य घनश्याम मंडल के द्वितीय पुण्यतिथि पर सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। सत्संग समारोह को रुदल बाबा, नाथो दास समेत अन्य संत महात्माओं ने भी सम्बोधित किया। मौके पर परमानंद मंडल,अवधेश मंडल, शंकर मंडल, गोपाल मंडल, शशि मंडल, महेश कुमार मुरारी, नीत्तम कुमार गांधी, अमित कुमार, विकास कुमार समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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