सरकारी संस्थाओं को कॉरपोरेट के हाथ बेच रही सरकार
मधेपुरा।भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सीपीएम के राज्यव्यापी मांग दिवस के अवसर पर स्थानी
मधेपुरा।भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सीपीएम के राज्यव्यापी मांग दिवस के अवसर पर स्थानीय कार्यालय में मंहगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बढ़ते अपराध के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया।
मौके पर सीपीएम के राज्य कमेटी सदस्य गणेश मानव ने कहा कि दो वर्ष से राज्य सरकार और केंद्र सरकार कोरोना का कहर बताकर लॉकडाउन लगाकर सारे सरकारी संस्थान को कॉरपोरेट के हाथ बेच दिया है। उन्होंने कहा कि जब किसी राज्य में चुनाव होता है तब कोरोना खत्म हो जाता है और चुनाव खत्म होने के बाद पुन: कोरोना का कहर जारी हो जाता है। सरकार देश की जनता के साथ मजाक कर रही है। लॉकडाउन के कारण खासकर छोटे-छोटे व्यवसायी भूखे मरने को मजबूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय देश में महंगाई, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी चरम पर है। सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। जितने सरकारी विभाग हैं जैसे बीएसएनल, एलआइसी, रेल, भारत पेट्रोलियम व बैंक सभी को सरकार ने निजीकरण कर दिया है। केंद्र सरकार पूरी दुनिया के आगे हाथ फैलाकर भीख मांगने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि मांग दिवस के अवसर पर सरकार से मांग करते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को हर माह 65 सौ रुपये और 10 किलो अनाज दिया जाए। एसएफआइ के जिला सचिव विमल विद्रोही ने कहा कि जब-जब कोरोना का कहर शुरू होता है तब सारे सरकारी संस्थान को खुला रखा जाता है और स्कूल, कॉलेज सहित शिक्षण संस्थान को बंद कर दिया जाता है। इससे पढ़ाई पूरी तरह चौपट हो गई है। लखन शाह, रमेश कुमार रमन, उपेंद्र राम ने कहा कि ऑक्सीजन, दवा व वैक्सीन सभी जरूरतमंदों को मिलनी चाहिए। मौके पर पंकज सक्सेना, दिलेर सम्राट, नितीकांत आनंद सहित अन्य मौजूद थे।