मौसम में आए बदलाव से कोल्ड डायरिया के मरीज बढ़े

जागरण संवाददाता मधेपुरा मौसम में हो रहे बदलाव के कारण इन दिनों खासकर बच्चों में खांसी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:49 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:49 PM (IST)
मौसम में आए बदलाव से कोल्ड डायरिया के मरीज बढ़े
मौसम में आए बदलाव से कोल्ड डायरिया के मरीज बढ़े

जागरण संवाददाता, मधेपुरा: मौसम में हो रहे बदलाव के कारण इन दिनों खासकर बच्चों में खांसी, सर्दी व कोल्ड डायरिया का प्रकोप अचानक बढ़ गया है।

सदर अस्पताल में प्रतिदिन कोल्ड डायरिया से पीड़ित आधा दर्जन से अधिक बच्चे इलाज के लिए आ रहे है। ठंड बढ़ने के कारण बच्चे वायरल इंफेक्शन के शिकार हो रहे हैं। इससे बच्चों को उल्टी व दस्त से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और बच्चे कोल्ड डायरिया का शिकार हो जाते हैं। समय पर बच्चों का इलाज नही होने से कोल्ड डायरिया से पीड़ित बच्चों की मौत भी हो सकती है। इसलिए बच्चों में इस प्रकार का लक्षण आने पर अविलंब निकट के चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

कोल्ड डायरिया के लक्षण ठंड के कारण बच्चे को उल्टी होना, पतला पैखाना होना, बुखार आना, शरीर में पानी की कमी होना कोल्ड डायरिया का मुख्य लक्षण है। सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डा. डीपी गुप्ता ने बताया कि कोल्ड डायरिया से बचाव को लेकर बच्चे को बदलते मौसम में ठंड से बचाना चाहिए, खाने में गर्म भोजन देना चाहिए, साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए, खाना खाने से पहले बच्चे का हाथ साबुन से धोना चाहिए, बाहर के खाने से परहेज करना चाहिए।

कोल्ड डायरिया का उपचार कोल्ड डायरिया होने पर ओआरएस का घोल बच्चे को पिलाना शुरू कर देना चाहिए, बच्चे को ठंड से बचाकर रखना चाहिए, अविलंब निकट के चिकित्सक से परामर्श लेकर चिकित्सक के अनुसार बीमार बच्चे को समय समय पर दवा का सेवन करवाना चाहिए। डा. गुप्ता ने बताया कि कोल्ड डायरिया पीड़ित बच्चे को ठीक होने में चार दिन तो लग ही जाता है। इस दौरान बीमार बच्चे को ठीक से रखना चाहिए।

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