बाढ़ पीड़ितों को अब तक नहीं मिली सरकारी सहायता

मधेपुरा। कोसी के जलस्तर में कमी आने लगी है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन अभी भी लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। क्षेत्र की खापुर रतवारा गंगापुर इटहरी कुंजौड़ी बड़गांव बसनवाड़ा आलमनगर दक्षिणी आलमनगर पूर्वी नरथुआ भागीपुर सहित आधा दर्जन पंचायतों के एक सौ से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी फैला है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:38 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:38 PM (IST)
बाढ़ पीड़ितों को अब तक नहीं मिली सरकारी सहायता
बाढ़ पीड़ितों को अब तक नहीं मिली सरकारी सहायता

मधेपुरा। कोसी के जलस्तर में कमी आने लगी है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन अभी भी लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। क्षेत्र की खापुर, रतवारा, गंगापुर, इटहरी, कुंजौड़ी, बड़गांव, बसनवाड़ा, आलमनगर दक्षिणी, आलमनगर पूर्वी, नरथुआ भागीपुर सहित आधा दर्जन पंचायतों के एक सौ से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी फैला है। सरकार की ओर से अब तक सूखा राशन का वितरण नहीं किया गया है। ऐसे में लोगों को बीच आक्रोश है। जबकि प्रत्येक साल बाढ़ की चपेट में आने से रतवारा पंचायत के 17 वार्ड इसमें कपसिया, ललिया पुनर्वास, सुखार घाट, अजमेरी पुर वासा, ठाकुरबारी बासा, छतौना बासा, रतवारा, रतवारा पश्चिम छतौना बासा, मूल मुरौत,भवानीपुर वासा, विस्थापित मुरौत, शिव मंदिर से पूरब, विस्थापित टोला, विस्थापित मूरौत आदि की 20 हजार की आबादी व खापुर पंचायत के 14 वार्ड में चौरली बासा, रायपुर बासा, खापुर, औराय बासा, दुकठीया ,पचभीरा,बथनाहा, भवानीपुर बासा, कोदरा घाट, अस्सी बीघा, परैल, बघरा, कोदरा घाट, कपसिया बासा, नारायणपुर बासा, सागर बासा, पंडित बासा के कुल 14 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित होती है। वहीं गंगापुर पंचायत के 17 वार्डों में पिपरपाती टोला, पैंकात टोला, नोनिया चक टोला, कोलवारा टोला, भोरकाट टोला, मला बासा, बैजू मड़र बासा, कचहरी टोला, मुसहरी टोला, डाक्टर टोला, भरसों टोला, सोनामुखी, अठगामा, कुम्हारा बासा, लोआ बासा, लूटना, मारवाड़ी बासा, हरजौरा घाट, खरूवा बासा, झंडापुर वासा, बलुआ बासा, पौड़ा टोला, मुनी टोला, श्रवन्नी वासा, नवटोलिया की 18 हजार की आबादी बाढ़ से जूझती है। तीनों पंचायतों के करीब 50 हजार की आबादी हर साल बाढ़ की वजह से प्रभावित होना पड़ता है। प्रखंड प्रमुख नकुल ने पासवान ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए तत्काल सूखा राशन के साथ-साथ सहायता राशि की वितरण कराने की आवश्यकता है। वहीं महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी व राजद नेता इंजीनियर नवीन कुमार निषाद ने कहा कि सरकार में बैठे जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी आलमनगर विधानसभा के बाढ़ प्रभावित प्रखंड को अनदेखी कर रही है। सरकार बाढ़ से पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशील नहीं है। तत्काल सहायता राशि व बाढ़ से पीड़ित परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध कराया जाय। वहीं जाप नेता सर्वेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ नाइंसाफी कर रही है। कुंजोरी पंचायत के मुखिया तनुजा शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बड़ा ही भयावह है। सरकार व स्थानीय पदाधिकारी तत्काल बाढ़ पीड़ित परिवारों को सहायता दे। क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को भी लेकर टीम गठित किया जाए।

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