बीएनएमयू में 66 की जगह 86 की नियुक्ति, अनियमितता की होगी जांच

मधेपुरा। बीएन मंडल विवि का घपला-घोटाला व अनियमितता से पुराना रिश्ता रहा है। इस कड़ी में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 May 2020 06:41 PM (IST) Updated:Mon, 11 May 2020 06:41 PM (IST)
बीएनएमयू में 66 की जगह 86 की नियुक्ति, अनियमितता की होगी जांच
बीएनएमयू में 66 की जगह 86 की नियुक्ति, अनियमितता की होगी जांच

मधेपुरा। बीएन मंडल विवि का घपला-घोटाला व अनियमितता से पुराना रिश्ता रहा है। इस कड़ी में तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के 66 सृजित पदों की जगह 86 कर्मियों की नियुक्ति में बरती गई अनियमितता का मामला उजागर हुआ है। उच्च शिक्षा विभाग ने बहाली में अनियमितता की जांच का आदेश दिया है। साथ ही जांच चलने तक सभी 86 कर्मियों का वेतन स्थगित करने निर्देश दिया है। जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। जांच कमेटी को सात दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट समर्पित करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक रेखा कुमारी ने पत्र जारी कर कहा है कि राजेश कुमार सहरसा सोनवर्षा निवासी ने परिवाद दायर कर बहाली में अनियमितता का गंभीर आरोप लगाया है। परिवाद वाद के 13 बिदुओं पर जांच की जाएगी। बता दें कि पहले भी बीएन मंडल विश्वविद्यालय में करोड़ों रुपये की घोटाले सहित बीएड घोटाले में कई माननियों को जेल की हवा खानी पड़ी थी। उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक करेंगे बीएनएमयू में अनियमितता की जांच

बीएनएमयू में अनियमितताओं की जांच के लिए उच्च शिक्षा विभाग के उपनिदेशक शाश्वतानंद झा और प्रतिनियुक्त पदाधिकारी राजेश कुमार को शामिल किया गया है। जांच किया जाएगा कि 66 की बदले 86 लोगों की नियुक्ति कैसे की गई। इन नियुक्त कर्मियों की सेवा संपुष्टि की प्रक्रिया को कैसे और किस आधार पर आगे बढ़ाई गई। इसके अलावा परिवाद में कहा गया है कि विवि के पदाधिकारियों ने अपने खास सगे संबंधियों को नियमों को ताक पर रख नियुक्त कर दिया है। 13 अलग अलग बिदुओं की जांच करेगी जांच टीम

जांच टीम को 13 अलग अलग बिदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया गया है। इसमें कहा गया है कि विवि के चयन समिति में शामिल सदस्यों के रिश्तेदारों की बहाली कैसे हो गई। 75 साल के एक कर्मी के अलावा चालक को लिपिक के पद पर नियुक्त करने के मामले की जांच टीम करेगी। इसके अलावा बगैर राज्य सरकार से इस मद में राशि मिलने के बावजूद किसके आदेश से इन कर्मियों को भुगतान किया जाता रहा। आरोप की लिस्ट लंबी है। पर देखने वाली बात यह होगी कि जांच टीम कितनी पारदर्शिता से बीएनएमयू में अनियमितता की जांच करती है।

कोट के लिए

उच्च शिक्षा विभाग विभाग बिहार सरकार पटना से अनियमितता संबंधी पत्र की जानकारी मिली है। लॉकडाउन के कारण जांच टीम के आने की संभावना कम है, लेकिन विवि को जांच के सभी बिदुओं पर विभाग को जवाब समर्पित करना है। अभी हाल फिलहाल में कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के विभागीय आदेश को बारीकी से देखने पर 86 कर्मियों को वेतन देने या नहीं देने का निर्णय लिया जाएगा।

डॉ. अवध किशोर राय, कुलपति, बीएनएमयू

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