पकड़ से बाहर है अंशु, हवा में तीर चला रही पुलिस

मधेपुरा। म्हरिया थाना क्षेत्र में दो लोगों की हत्या के पांच दिन बाद भी पुलिस का हाथ खाली ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 11:41 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 11:41 PM (IST)
पकड़ से बाहर है अंशु, हवा में तीर चला रही पुलिस
पकड़ से बाहर है अंशु, हवा में तीर चला रही पुलिस

मधेपुरा। म्हरिया थाना क्षेत्र में दो लोगों की हत्या के पांच दिन बाद भी पुलिस का हाथ खाली है। जल्द गिरफ्तारी का दावा करने वाली पुलिस को अब तक नाकामयाबी ही मिली है। अब तो आम लोगों में भी पुलिस के खिलाफ गुस्सा है।

पुलिस के वरीय अधिकारियों की सुस्ती को लेकर आक्रोश का माहौल बनता जा रहा है। राजनीतिक दलों ने तो सीधे तौर पर वरीय पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। पूरा जिला जल रहा है, लेकिन अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं। बदमाश धमकी देकर हत्या कर रहे हैं और पुलिस आराम फरमा रही है। घटना को लेकर पुलिस की लगातार किरकिरी हो रही है। हत्याकांड के मुख्य आरोपित अंशु यादव पुलिस पकड़ से बाहर है। लोगों के गुस्सा को कम करने के लिए एसपी ने थानाध्यक्ष सुबोध कुमार गुप्ता को निलंबित कर दिया।

इधर सिगियोन में भी तनाव व्याप्त है। ग्रामीण डर-डर के जी रहे हैं। कब क्या होगा इस बात को सोचकर लोग डरे हुए हैं। जानकारी के अनुसार सिगियोन निवासी तपेश्वरी यादव व अंशु यादव के बीच जमीन विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। इस मामले में तपेश्वरी यादव ने अंशु के खिलाफ आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। साथ ही पुलिस से मिलकर अंशु द्वारा जान मारने की धमकी देने की भी बात कही थी, लेकिन पुलिस ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। फलाफल अंशु ने तीन लोगों को गोली मारकर जख्मी कर दिया। इसमें दो लोगों की मौत हो चुकी है।

मालूम हो कि जिले के गम्हरिया थाना क्षेत्र में 13 सितंबर की रात बदमाशों ने सिंहेश्वर के जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरेंद्र मंडल के बड़े भाई अनिल मंडल (50), रवींद्र यादव (40) व तपेश्वरी यादव (55) को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। तपेश्वरी यादव की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि अस्पताल लाने के दौरान राजेंद्र यादव ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। वहीं गंभीर रूप से जख्मी प्रखंड अध्यक्ष के भाई का इलाज दरभंगा में हो रहा है। हत्या का मुख्य आरोपित सिगियोन निवासी अंशु यादव को बनाया गया है।

पुलिस छावनी बना हुआ है सिगियोन गांवों में तनाव को देखते हुए पुलिस की तैनाती की गई है। लोग डर के साये में रह रहे हैं। लोगों में इस बात को लेकर खौफ है कि कभी भी अनहोनी हो सकती है। घटना को लेकर सिगियोन निवासी तपेश्वरी हत्याकांड में अंशु सहित आठ लोग को नामजद किया गया है, जबकि रवींद्र हत्याकांड में अंशु यादव सहित छह व अनिल मंडल गोलीकांड में अंशु सहित तीन लोगों को नामजद किया गया है। तीनों कांड में कुल 17 लोगों को नामजद किया गया है। इसमें पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

ग्रामीण मांग कर रहे पुलिस पिकेट बनाने की मांग सिगियोन व दुलार के बीच स्थिति काली चौक के नामकरण को लेकर पहले भी विवाद हुआ था। इस मामले को लेकर पंचायत भी हुई थी, लेकिन विवाद नहीं सुलझा। जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरेंद्र मंडल के भाई अनिल मंडल पर किया गया हमला भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीणों में डर का माहौल है। लोगों ने काली चौक पर पुलिस पिकेट बनाने की मांग की है।

कोट मुख्य आरोपित अंशु यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -अजय नारायण यादव

एसडीपीओ, मधेपुरा

chat bot
आपका साथी